मानव तस्कर रैकेट के माध्यम इस्लामिक देश ओमान में बंधक बनाई गई भिलाई की जोगी दीपिका को छत्तीसगढ़ सरकार की कोशिशों से छुड़ा लिया गया है। दीपिका एंबेसी की मदद से शुक्रवार रात रायपुर पहुंची। उन्हें लेने वैशाली नगर विधायक रिकेश सेन खुद एयरपोर्ट पहुंचे।
रायपुर पहुंचने के बाद दीपिका से उपमुख्यमंत्री विजय शर्मा और विधायक रिकेश सेन ने मुलाकात की। दीपिका ने उप मुख्यमंत्री का आभार जताया। उसने बताया कि सरकार के प्रयासों से ही वह ओमान से निकलने में कामयाब हो पाई है। दीपिका ने बताया कि वहां इंडियन एंबेसी में एक-एक साल से लोग वेटिंग में हैं।
लालच देकर लोगों को ले जाया जाता है मुस्लिम कंट्री
उप मुख्यमंत्री विजय शर्मा ने भी इस बात को माना कि जब उन्होंने एंबेसी में फोन किया, तो उन्हें कहा गया कि एक साल की वेटिंग है। उन्होंने काफी दबाव बनाया, तब जाकर जोगी दीपिका को इंडिया भेजा गया। दीपिका ने कहा कि मुस्लिम कंट्री में लोगों को लुभावने वादे कर ले जाया जाता है और फिर उन्हें बंधक बनाकर उनसे काम कराया जाता है। इस पर बड़ी पहल की जरूरत है, ताकr उसकी जैसी दूसरी महिलाएं इस जाल में न फंसें।
बड़ा घर और 40 लोगों का था परिवार
दीपिका ने बताया कि उसे कहा गया था कि जिस घर में उसे काम करना है, वहां एक बूढ़ी महिला रहती है, जिसकी सेवा करनी है। जब वो वहां गई, तो उनका रायपुर के सर्किट हाउस जितना बड़ा घर था। उस घर में महिला के 9 बेटे थे। उन सभी 9 बेटों के 3-4 बच्चे थे। यानी कुल 40 लोगों का परिवार था।
उस घर में अकेले वही काम करने वाली महिला थी। उससे गार्डन में सब्जी-भाजी लगाने का काम भी कराया जाता था। थकने पर उससे जबरन काम लिया जाता था।
कुछ दिनों पहले वीडियो किया था पोस्ट
सोशल मीडिया पर दीपिका ने कुछ दिनों पहले वीडियो पोस्ट किया था। इसमें दीपिका ने बताया था कि उसे झूठ बोलकर वहां लाया गया और बंधक बना लिया गया। दीपिका ने वीडियो में बताया था कि वो भारत नहीं लौट पा रही है, उससे मारपीट की जाती है और बेचने की धमकी दी जा रही है।
उसने बताया था कि जिस घर वो काम कर रही है, वहां उसे लगातार टॉर्चर किया जाता है, गालीगलौज और मारपीट होती है।
दिल्ली में फ्लाइट हो गई थी मिस
खुर्सीपार भिलाई की रहने वाली जोगी दीपिका (29) ने छत्तीसगढ़ सरकार का धन्यवाद दिया। उसने कहा कि सरकार के प्रयासों से ही वो सकुशल लौट पाई है। दीपिका ने बताया कि उसकी मुश्किलें दिल्ली पहुंचने के बाद भी कम नहीं हुई थी। वो शुक्रवार तड़के 4 बजे दिल्ली पहुंची।
दिल्ली से रायपुर की लिए विधायक रिकेश सेन ने उसकी टिकट बुक कराई। वो फ्लाइट सुबह 11:55 की थी और साइलेंट टर्मिनल होने की वजह से मिस हो गई। इसके बाद दीपिका को इंडिगो 3:20 बजे की फ्लाइट से रायपुर भेज रही थी, मगर ये फ्लाइट भी पहले ही बुक हो गई थी।
इसके बाद विधायक रिकेश सेन ने दिल्ली एयरपोर्ट पर बात की और शाम 6:55 बजे की फ्लाइट से दीपिका को भेजने के लिए कहा। टर्मिनल- 2 से दीपिका को एयरपोर्ट कैब से टर्मिनल- 1 भेजा गया। इसके बाद वो वहां से रायपुर आ पाई।
रुपए न होने से ओमान में हुई काफी परेशानी
दीपिका ने बताया कि जब वह ओमान से निकली, तो उसके पास पैसे नहीं थे। इससे उसे काफी परेशानियों का सामना करना पड़ा। छत्तीसगढ़ शासन ने ओमान से दिल्ली और विधायक रिकेश सेन ने उसे दिल्ली से रायपुर लाने की व्यवस्था करवाई है।
केरल की प्लेसमेंट एजेंसी के जरिए ओमान गई थी दीपिका
हाउस मेड की नौकरी के लिए दीपिका केरल की एक प्लेसमेंट एजेंसी के जरिए भेजी गई थी। खुर्सीपार निवासी मुल्ला मोहम्मद इमरान खान, हैदराबाद निवासी अब्दुल ने खाना बनाने का काम दिलाने की बात कही थी। इसके बाद दीपिका को दुर्ग से पहले हैदराबाद ले जाया गया और फिर वहां से उसे मस्कट के लिए भेजा गया।
मस्कट एयरपोर्ट से दीपिका को हफीजा के घर जैनब लेकर गई। जैनब भारत के कई लोगों को काम दिलाने के नाम पर पहले भी मस्कट ले जा चुके हैं।
गृह मंत्री विजय शर्मा ने जिस बड़े मन से भिलाई की बेटी को बचाने की पहल की और वैशाली नगर की विधायक रिकेश सेन ने जो तत्परता दिखाई उसकी सर्वत्र प्रशंसा हो रही है ! यदि हमारे नेता आम जनता के प्रति ऐसे ही दिल खोलकर आगे आते रहेंगे तो जाहिर तौर पर जनता का भरपूर समर्थन उन्हें मिलता रहेगा !