जब से भिलाई इस्पात संयंत्र ने अपना परिचालन शुरू किया है, तब से हजारों पुरुषों और महिलाओं ने इस संगठन को अपना सर्वश्रेष्ठ देने के लिए कड़ी मेहनत की है। भिलाई इस्पात संयंत्र का इतिहास केवल उन लोगों के बारे में नहीं है जिन्होंने, 50 के दशक के आखरी के वर्षों में, 60 के दशक की शुरुआत में इस संयंत्र की नींव रखी, बल्कि यह उन सभी लोगों के बारे में भी है, जिन्होंने बाद के दशकों में क्षमताओं का विस्तार करने तथा इस्पात निर्माण को आधुनिक बनाने, विभिन्न शॉपस् और विभागों के कार्य पद्धति व उसके संचालन में नई और बेहतर प्रणालियाँ लाने के लिए कड़ी मेहनत की।
सभी सेवानिवृत्त कर्मचारियों से उनके अनुभवों और योगदान के बारे में जानने के लिए उन तक पहुँच पाना तो असंभव है। अतः कुछ वरिष्ठ अधिकारियों से संपर्क करने का प्रयास किया गया, जो हाल ही के वर्षों में सेवानिवृत्त हुए। हमारा उद्देश्य उनसे यह जानना है कि उन्होंने अपनी-अपनी टीमों के साथ जो निर्णय लिया और कार्य किए, उनका संगठन पर क्या प्रभाव पड़ा और वे वर्तमान में कार्यरत कर्मियों और अधिकारियों से क्या साझा करना चाहेंगे।
हम इस श्रृंखला की शुरुआत एक ऐसे व्यक्ति से कर रहे हैं, जिन्होंने संयंत्र की एक महत्वपूर्ण इकाई कोक ओवन एवं कोल केमिकल विभाग में अपना पूरा कार्यकाल बिताया और वहां के मुख्य महाप्रबंधक के रूप में मई 2022 को सेवानिवृत्त हुए। हम बात कर रहे हैं श्री जी वी राव की, जिन्होंने हमारे साथ अपने अनुभव और विचार साझा किये। आइए सबसे पहले जानें, कि अभी सेवा में मौजूद लोगों से वे क्या कहना चाहते हैं और फिर जानते हैं, कि उन्होंने बड़ी चुनौतियों को अपनी टीम की मदद से कैसे दूर किया। यहां हम कुछ प्रश्नों का श्री जी वी राव द्वारा दिए गए उत्तर प्रस्तुत कर रहे हैं।
आपने अपने करियर के दौरान विभिन्न क्षमताओं में काम करने का समृद्ध अनुभव प्राप्त किया होगा। वर्तमान में भिलाई इस्पात संयंत्र में पदस्थ, समान क्षमताओं में कार्यरत लोगों के लाभ के लिए आप क्या कहना चाहेंगे?
सीधे शब्दों में कहें तो लोगों को सकारात्मक सोच रखना चाहिए और आगे बढ़ना चाहिए। यदि आप सही दिशा में आगे बढ़ते हैं, तो आपको प्रबंधन से सभी आवश्यक संसाधन और समर्थन मिलेगा। बड़े कार्यों को करने के लिए व्यक्ति में समर्पण और आत्मविश्वास होना चाहिए। एक बार जब आप कार्य शुरू कर देते हैं और उसमें लग जाते हैं, तो यह आपके लिए सरल और आसान हो जाता है।
भिलाईवासियों ने हमेशा अपने-अपने कार्यक्षेत्र में बेहतर प्रदर्शन करने का प्रयास किया है। अपनी टीम/विभाग के लीडर के रूप में आपने विभाग और संयंत्र के लाभ के लिए कुछ पहल की होंगी। क्या आप कुछ उदाहरण साझा कर सकते हैं, जहां आपने और आपकी टीम ने ऐसे कदम उठाए? कृपया यह भी बताएं कि इन कार्यों से संयंत्र को क्या लाभ हुआ है?
पहले कोक ओवन की बैटरियां, ज्यादातर हॉट रिपेयर के लिए ली जाती थीं, जिससे बैटरी का जीवन केवल 2 से 3 साल तक ही बढ़ता था। लेकिन हॉट-रिपेयर ओवन दीवारों के जोड़ों से, चिमनी के माध्यम से निकलने वाला धुआं, सीईसीबी मानदंडों से ज्यादा होता था। मेरे कार्यकाल के दौरान रणनीति को बदल कर बैटरियों का केवल कोल्ड रिपेयर किये जाने का निर्णय लिया गया, जिसके तहत पुशर स्तर से ऊपर की बैटरी को ध्वस्त कर मैकेनिकल, सिविल और इलेक्ट्रिकल उपकरणों के प्रतिस्थापन/नवीनीकरण के साथ उनका पुनर्निर्माण किया जाता है। इससे बैटरियों का जीवन 5 से 7 वर्ष तक बढ़ गया है और बैटरियों से होने वाले प्रदूषण भी निर्धारित मानदंडों के भीतर ही है। COB – 7 & 8 के लिए वर्टिकल प्राइमरी कूलरों को क्रॉस-फ्लो हॉरिजॉन्टल कूलर्स से बदलने जैसी कई पहलें की गईं।
COB – 1 से 6 क्षेत्र के लिए अमोनियम सल्फेट प्लांट 1 का प्रतिस्थापन कर क्लॉज रिएक्टर प्लांट की स्थापना, संपूर्ण सीओ और सीसीडी के लिए योजनाबद्ध तरीके से कोक ओवन गैस लाइनों का नवीनीकरण/प्रतिस्थापन और कोल और कोक कन्वेयर गैलरी का सुदृढ़ीकरण/प्रतिस्थापन अन्य पहलों में से हैं। इसके अतिरिक्त एक और सकारात्मक कदम उठाया गया, जिसमें सीसीडी के लिए नाइट्रोजन नेटवर्क का प्रावधान किया गया, विशेष रूप से इलेक्ट्रोस्टैटिक टार प्रेसिपिटेटर (ईटीपी), जहां आग लगने की घटनाएं अधिक थीं। इस तरह के कई पहलों की लम्बी सूची है, जिससे कोक ओवन में चिमनियों से काले धुएं का निकलना खत्म हुआ। इस प्रयासों से विभाग से उत्पन्न प्रदूषण को नियंत्रित और कोल केमिकल विभागों में सुरक्षा को मजबूत किया जा सका।
सेल-बीएसपी पिछले कुछ दशकों में विभिन्न मापदंडों में उत्कृष्टता की नई ऊंचाइयों पर पहुंच गया है। भिलाई में इतना लंबा समय व्यतीत करने के बाद, आप संगठन में अपने व्यक्तिगत योगदान को कैसे देखते हैं?
मैंने संगठन के लिए अपना जो भी योगदान दिया है उससे पूरी तरह संतुष्ट हूं और इसके बदले मुझे संगठन से बहुत कुछ मिला है। कार्य संस्कृति को मजबूत करने, कोक ओवन में उपकरणों के स्वास्थ्य, सुरक्षा, प्रदूषण नियंत्रण आदि के लिए मेरा व्यक्तिगत योगदान निश्चित रूप से संगठन को अधिक ऊंचाइयों तक पहुंचने में मदद करेगा।
कृपया अपने विचार साझा करें कि जिस शॉप/विभाग में आपने सबसे लंबे समय तक काम किया है, उसका प्रदर्शन कैसे सुधारा जा सकता है।
यह एक क्रमिक प्रक्रिया है। कोक ओवन की कार्य संस्कृति प्रशंसनीय है। हालाँकि, कोक ओवन में युवा प्रतिभा को क्रमशः बढ़ाना चाहिए। इसके लिए ऑपरेटरों से लेकर प्रबंधकों तक, सभी स्तरों पर युवाओं को शामिल करने की पहल करनी चाहिए। इससे विभाग और संयंत्र दोनों के प्रदर्शन को बेहतर बनाने में मदद मिलेगी।
कृपया इस्पात उद्योग के अन्य संगठनों की तुलना में भिलाई इस्पात संयंत्र में कार्य जीवन संतुलन पर अपने व्यक्तिगत विचार भी साझा करें जिनसे आप परिचित हैं।
यदि क्राइसिस मैनेजमेंट से बचा जाए, तो कार्य जीवन संतुलन सामान्य हो जाता है। मेरे कहने का मतलब यह है, कि संयंत्र के स्वास्थ्य को बनाए रखने के लिए, समय-समय पर उचित कदम उठाते रहने से, कार्यक्षेत्र के वातावरण को अनुकूल बनाने में मदद मिलेगी। यदि संयंत्र सुचारू रूप से चलता है, तो कार्य-जीवन संतुलन अपने आप बना रहेगा। इसके अलावा, परियोजनाओं का कार्यान्वयन समयबद्ध तरीके से किया जाना चाहिए, ताकि प्रबंधक अपना कार्य सुगमता से कर सकें।