छत्तीसगढ़ समेत राजधानी रायपुर में भी दीपोत्सव का महापर्व धूमधाम से मनाया गया। देर रात तक हुई आतिशबाजी, पटाखों, घरों और दुकानों से निकले कचरों को समेटने सुबह से ही नगर निगम के सफाई कर्मचारी जुटे हुए हैं। शहर को साफ करने की बीड़ा उठाए हुए हैं। शहर की गली-गली में जाकर साफ-सफाई कर रहे हैं।
सफाई कर्मचारी दिवाली के दूसरे दिन शहर के उन इलाकों में आमद देने पहुंच गए, जहां देर रात आतिशबाजी, खानपान और घरों से निकाले गए कचरे का जमावड़ा था। शहरवासियों ने भी इन सफाई मित्रों के जज्बे को खूब सराहा है। रायपुर की राज लक्ष्मी ने कहा कि जब हर घर त्योहार मनाकर आराम करता है, तो लोगों द्वारा फैलाए कचरों को ये सफाई मित्र शहर को स्वच्छ करने में देर रात से जुट जाते हैं।
सफाई कर्मचारी सम्मान के हकदार हैं- राज लक्ष्मी
शहरवासियों ने कहा कि सभी लोग त्योहार उत्साह के साथ मनाएं, इसके लिए शहर को साफ और सुंदर रखने के लिए सफाई मित्र परिश्रम कर रहे हैं, उसके लिए वे सभी सम्मान के हकदार हैं और हर नागरिक को उनको अपना साथ दे कर साफ सफाई में सहयोग देना चाहिए ।
3000 सफाई कर्मियों ने उठाया बीड़ा
शहर को साफ रखने के लिए नगर निगम के स्वच्छता बेड़े में तीन हज़ार सफ़ाई मित्र है , जो सड़कों , गलियों को साफ़ सुथरा रखने की ज़िम्मेदारी निभाते हैं ।इसके अलावा 248 वाहन डोर टू डोर कचरा कलेक्शन के लिए रोज़ घरों तक पहुंचते हैं । यह पूरी टीम हर मौसम , हर पर्व में पूरी ज़िम्मेदारी के साथ अपने काम में जुटी रहती हैं।