प्रदेश में अप्रैल इस साल लगभग ठंडा रहा है। बारिश और बादलों की वजह से ज्यादातर दिनों में अधिकतम तापमान सामान्य के आसपास या उससे नीचे रहा। रायपुर ही नहीं प्रदेश के किसी अन्य सेंटर में लू चलने की घोषणा नहीं हुई। एक-दो बार तापमान 42 से 43 डिग्री सेल्सियस तक पहुंचा, लेकिन लू चलने की स्थिति नहीं बनी। अब मौसम विभाग ने पड़ोसी महाराष्ट्र और मध्यप्रदेश समेत अन्य राज्यों में फिर से नए सिस्टम बनने का अनुमान जताया है। इन सिस्टम की वजह से अगले कुछ दिनों तक हल्की बारिश होगी।
ट्रेंड: रायपुर में 15 साल में अप्रैल में पारा 450 से नीचे रहा
राजधानी रायपुर की बात करें तो गर्मी के लिहाज से अप्रैल राहत भरा रहा। यहां 15 सालों में कभी भी दिन का तापमान 45 डिग्री से ऊपर नहीं पहुंचा। 2009 में आखिरी बार 30 अप्रैल को अधिकतम तापमान 45 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया था। इससे पहले दो बार 1999 में 45.1 और 45.4 डिग्री सेल्सियस तक तापमान पहुंचा है। इसी तरह बिलासपुर में वर्ष 2017 में 22 अप्रैल को अधिकतम तापमान 45 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच पाया है।
अप्रैल में ऐसे सिस्टम बनना न्यू नॉर्मल: मौसम वैज्ञानिक
मौसम वैज्ञानिक डा. गायत्री वाणी कांचीभ के अनुसार अधिकतम तापमान अब पहले जैसा नहीं पहुंच रहा है। इसकी वजह क्लाइमेट चेंज है। अचानक सिस्टम बनने से बारिश हो जाती है और तापमान गिरता है। वैसे अप्रैल में इस तरह के सिस्टम बनना अब सामान्य हो गए हैं।