छत्तीसगढ़ के दुर्ग में पैसों के लेनदेन के चलते 3 श्रमिकों ने मिलकर अपने हलवाई ठेकेदार को मौत के घाट उतार दिया। इसके बाद उसके शव को शुलभ शौचालय में रखकर भाग गए थे। पुलिस ने मामले में तीनों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है। पूरा मामला मोहन नगर थाना क्षेत्र का है।
दुर्ग CSP चिराग जैन ने बताया कि कुआं चौक गैदी डबरी निवासी राधेश्याम यादव उर्फ बुद्धु ने 22 अप्रैल को पुलिस को सूचना दी थी कि वहां स्थित शुलभ शौचालय में एक युवक का शव पड़ा हुआ है। जांच के दौरान मृतक की पहचान शेखर यादव उर्फ बंटी (41 साल) निवासी तीतुरडीह नयापारा दुर्ग के रूप में हुई।
प्रथम दृष्टया जांच में ऐसा लग रहा था कि शेखर की मौत हार्ट अटैक के चलते हुई है, लेकिन जब पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट आई तो मामला हत्या का निकला। डॉक्टर ने होमो सायडल लिखा था। यानी कि शेखर से मारपीट की गई, जिससे उसकी मौत हुई। पुलिस ने हत्या का मामला दर्ज कर आरोपियों की पतासाजी तेज की।
CCTV फुटेज से आरोपियों की हुई पहचान
पुलिस ने आरोपियों की पहचान के लिए घटना स्थल से CCTV फुटेज का डंप निकाला। सुलभ के सामने ज्ञान सिंह बिल्डिंग और अधिवक्ता के घर में लगे CCTV के फुटेज देखने पर पता चला कि तीन युवकों ने मिलकर शव को शुलभ में रखा है।
इसके बाद तीन आरोपियों की पहचान राधेश्याम यादव उर्फ बुद्धू (25 साल) निवासी कुआं चौक गैदी डबरी दुर्ग, प्रकाश यादव (20 साल) निवासी कुआं चौक गैदी डबरी दुर्ग और महावीर यादव उर्फ बाठू (21 साल) निवासी कुआं चौक गैदी डबरी दुर्ग के रूप में हुई।
पहले की शराब पार्टी फिर मिलकर की हत्या
पूछताछ करने पर आरोपियों ने बताया कि शेखर यादव हलवाई ठेकेदार था। वो लोग उसके साथ काम करते थे। काम कराने के बाद वो उन लोगों को मजदूरी नहीं दे रहा था। इसलिए उन लोगों ने उसे शराब पीने के लिए बुलाया। चारों ने बैठकर पहले शराब पी।
इसी दौरान पैसों के लेनदेन का मुद्दा उठा दिया। विवाद बढ़ने पर तीनों ने शेखर को हाथ, मुक्का और डंडे से इतना मारा की उसकी वहीं पर मौत हो गई। इसके बाद साक्ष्य छिपाने के लिए तीनों ने उसकी लाश को उठाकर पास के शुलभ शौचालय में जाकर रख दिया।
आरोपियों ने खुद 108 को फोन कर दी सूचना
रात में लाश रखने के बाद अगले दिन जब सुबह हुई तो वहां आने जाने वाले लोगों ने लाश देखकर हंगामा शुरू कर दिया। लोगों ने आरोपियों को इसकी जानकारी दी कि तुम्हारे दोस्त की लाश पड़ी है। किसी को उन पर शक ना हो यह सोचकर आरोपी राधेश्याम यादव ने खुद 108 में फोन किया और सुलभ में लाश पड़े होने की सूचना दी।