छत्तीसगढ़ के गौरेला पेंड्रा मरवाही जिले में आंगनबाड़ी केंद्र में बच्चों की जगह सांपों का डेरा बना है। करगीकला छलकाटोला आंगनबाड़ी केंद्र में 12 से ज्यादा जहरीले सांप दिखने से डर का माहौल बन गया है। देखते ही देखते लोगों की भीड़ जुट गई। जानकारी के मुताबिक छलकाटोला आंगनबाड़ी केंद्र में जब बच्चे पहुंचे, तो आंगनबाड़ी का दरवाजा खोला गया। इस दौरान अंदर से काफी सारे सांप बाहर की ओर निकल रहे थे। आंगनबाड़ी कार्यकर्ता भी हड़बड़ा गई। आंगनबाड़ी में इस नजारे को देखकर बच्चे डर गए।
कड़ी मशक्कत के बाद सांपों का रेस्क्यू
आंगनबाड़ी कार्यकर्ता ने परियोजना अधिकारी सूचना दी, जिसके बाद उन्होंने वन विभाग को जानकारी दी। पेंड्रा के सर्प मित्र द्वारिका कोल को बुलाया गया, जिसने कड़ी मशक्कत के बाद सांपों का रेस्क्यू किया। सर्प मित्र ने बताया कि आंगनबाड़ी जर्जर हो चुकी है। जगह-जगह दरारे हैं, जिसकी वजह से आसानी से सांप घुस गए।
माहौल सांपों के लिए उनके रहवास के जैसा
सर्प मित्र द्वारिका कोल ने बताया कि आंगनबाड़ी का पूरा माहौल सांपों के लिए उनके रहवास के जैसा ही है। थोड़ी राहत की बात यह रही की निकले हुए सांप वुल्फ स्नेक थे, जो दिखने में पूरे कॉमन करैत के जैसे नजर आते हैं।
बच्चों की जान को जोखिम में डालकर पढ़ाई
ग्रामीणों ने कहा कि भवन जर्जरता की कई बार महिला एवं बाल विकास विभाग के अधिकारियों को जानकारी दी गई है। बावजूद इसके बच्चों की जान को जोखिम में डालकर शिकायतों को दरकिनार किया गया। इसे लेकर स्थानीय लोगों में नाराजगी है।
विभाग की बड़ी लापरवाही से हो सकती थी अनहोनी
बच्चों के परिजनों ने कहा कि अगर उस वक्त बच्चे अंदर होते तो कोई बड़ी अनहोनी हो सकती थी। सांप निकलने से विभाग की बड़ी लापरवाही उजागर हुई है। आंगनबाड़ी में जगह जगह गड्ढे हैं, जगह-जगह दरारें, सीलिंग झड़ने की स्थिति में छतों के आसपास छड़ का दिखने लगे हैं।