राजधानी में मौसम लगातार बदल रहा है। भले ही अब तक ठिठुरन वाली सर्दी नहीं पड़ी है, लेकिन पिछले हफ्ते आउटर में हल्की ठंड पड़ने लगी थी। फिलहाल न्यूनतम तापमान फिर बढ़ गया है। इससे ठंडक में कमी आ गई। दाे-तीन दिन के अंतराल में दिन और रात का तापमान कम-ज्यादा होने से वायरस एक्टिव हो गया और सर्दी-जुकाम के अलावा बुखार और खांसी के मरीज बढ़ गए हैं। इसकी एक वजह डीहाइड्रेशन भी है। तापमान कम होने के कारण प्यास कम लगती और लोग कम पानी पीते हैं।
इस वजह से वायरस अटैक होने पर बीमारी की चपेट में आने का खतरा बढ़ जाता है। पिछले हफ्ते भर से अंबेडकर अस्पताल, जिला अस्पताल और शहरी हेल्थ सेंटरों में रोज करीब 300 मरीज वायरल फीवर से पीड़ित होकर पहुंच रहे हैं।
अंबेडकर अस्पताल की मेडिसिन विभाग की ओपीडी में ही करीब 70-80 मरीज केवल वायरल फीवर से पीड़ित होने वाले पहुंचते हैं। जिला अस्पताल, राजातालाब के हमर अस्पताल और छोटे छोटे शहरी हेल्थ सेंटरों में भी वायरल फीवर के मरीज ही ज्यादा आ रहे हैं। अंबेडकर अस्पताल के मेडिसिन विभाग के विशेषज्ञों का कहना अभी जो वायरल फीवर फैला है उसमें सिर दर्द की शिकायत भी हो रही है। रोज ओपीडी में इसके काफी मरीज पहुंच रहे हैं। वायरल फीवर अधिकतम 5 से 7 दिन में ठीक हो रहा है। निजी अस्पताल के सीनियर एमडी डा. अब्बास नकवी के अनुसार ऐसे मौसम में थोड़ी सावधानी जरूरी है। आमतौर पर जब भी मौसम बदलता है वायरस एक्टिव होते हैं। बुजुर्गों और बच्चों में इसका असर ज्यादा होता है।
इतने वायरस फैले हैं कि जांच करना संभव नहीं
विशेषज्ञों के अनुसार वायरस पूरे वातावरण में मौजूद हैं। ये इतनी ज्यादा संख्या में हैं कि अलग-अलग जांच संभव नहीं है। ऐसे जब तापमान में उतार चढ़ाव होता है, तब ये वायरस एक्टिव होते हैं। अभी यही स्थिति है। पर कौन सा वायरस लोगों को बुखार, सर्दी जुकाम से पीड़ित कर रहा है, ये कहना मुश्किल है। इसकी जांच जरूरत भी नहीं है क्योंकि ये वायरस खतरनाक नहीं है। चार-पांच दिन में बुखार ठीक हो रहा है। ऐसा हमेशा होता है। हां जब कोरोना जैसे वायरस एक्टिव होते हैं, तब लोगों को जागरुक करने और उन्हें बचाने के लिए वायरस की जांच कर उसे नाम दिया जाता है।
नहीं खत्म हुआ डेंगू का खतरा
राजधानी और आस-पास के इलाके में डेंगू का खतरा अभी भी मंडरा रहा है। अंबेडकर अस्पताल में 6 मरीज हैं। मेडिसिन विभाग के विशेषज्ञों के अनुसार आमतौर पर बारिश का सीजन खत्म होने के कुछ दिनों बाद डेंगू पूरी तरह से समाप्त हो जाता है।