दुर्ग जिले में ‘महतारी वंदन योजना’ के फॉर्म भराए जाने को लेकर भाजपा और कांग्रेस के बीच बवाल हो गया। मंगलवार को खुर्सीपार में कुछ कांग्रेसी नेताओं ने भाजपाइयों को फॉर्म के साथ पकड़ा और उन्हें कई घंटे तक बैठाए रखा। जब चुनाव आयोग की टीम नहीं पहुंची, तो दोनों पार्टी के कार्यकर्ताओं के बीच झूमाझटकी शुरू हो गई। पुलिस ने समझाइश देकर मामला शांत कराया।
दरअसल, खुर्सीपार क्षेत्र के पार्षद और जोन अध्यक्ष भूपेंद्र यादव ने आरोप लगाया कि महिलाओं से फॉर्म भराकर आदर्श आचार संहिता का उल्लंघन कर रहे हैं। दोपहर तीन बजे के करीब भाजपा के 4-5 लोगों को फॉर्म भराते हुए पकड़ा था। चुनाव आयोग में इसकी शिकायत की। जब तक टीम न आ जाए भाजपा कार्यकर्ताओं को रोक कर रखा गया।
बीजेपी-कांग्रेस कार्यकर्ताओं की लग गई भीड़
खुर्सीपार में भिलाई नगर के भाजपा प्रत्याशी प्रेम प्रकाश पाण्डेय का चुनावी कार्यक्रम था। जब इस बात की जानकारी भाजपा के लोगों हुई तो वो धीरे-धीरे इकट्ठा होने लगे। मामला बढ़ता देख वहां कांग्रेस के लोग भी बड़ी संख्या में पहुंच गए। मामले की सूचना पर भारी संख्या में एएसपी, सीएसपी और अन्य पुलिस बल बड़ी संख्या में वहां पहुंचे।
पुलिस के सामने ही भिड़ गए कांग्रेसी और भाजपाई
हालत यह रही कि पुलिस बल के सामने ही कांग्रेसी और भाजपा गुट के लोग एक दूसरे को गाली-गलौज और धक्का मुक्की करते नजर आए। पुलिस ने देर रात मामले को शांत तो करा दिया है, लेकिन माहौल तनावपूर्ण बना हुआ है।
मौके पर नहीं पहुंची चुनाव आयोग की टीम
जोन अध्यक्ष भूपेंद्र यादव का कहना है कि दिन में साढ़े 3 बजे और साढ़े 5 बजे दो बार चुनाव आयोग को मामले की शिकायत की। इसके बावजूद उनकी टीम मौके पर नहीं पहुंची। जब मामला झगड़े पर पहुंच गया तो पुलिस बल पहुंचा। चुनाव आयोग के अधिकारियों का कहना है कि उन्होंने मामला संज्ञान में ले लिया है और रिपोर्ट आयोग को दे दी है।
भूपेंद्र का कहना है कि जब चुनाव आयोग के अधिकारी मौके पर आए ही नहीं तो उन्होंने कार्यालय में बैठे-बैठे रिपोर्ट कैसे दे दी। इससे चुनाव आयोग के अधिकारियों की कार्यशैली पर भी सवाल उठ रहे हैं।
दुर्ग में भी कांग्रेसी लगातार कर रहे शिकायत
दुर्ग के भाजपा प्रत्याशी गजेंद्र यादव और उनके लोग लगातार महतारी वंदन योजना का फॉर्म भरवा रहे हैं। इसे लेकर कांग्रेस लगातार उनका विरोध कर रही है। इसकी शिकायत चुनाव आयोग में भी की गई है।
कांग्रेस के विधायक व प्रत्याशी अरुण वोरा का कहना है कि इस तरह भाजपा के लोग मतदाताओं को प्रलोभन दे रहे हैं। यह आचार संहिता का खुला उल्लंघन है। इसको लेकर चुनाव आयोग कई प्रत्याशियों को नोटिस भी जारी कर चुका है।