जेएनयू की पूर्व उपाध्यक्ष शेहला रशीद ने कश्मीर मुद्दे पर बातचीत करते हुए पीएम मोदी और गृहमंत्री अमित शाह की तारीफ की है। उन्होंने साल 2016 में विश्वविद्यालय के अंदर लगे देश विरोधी नारों को भी नकारा है।
जवाहर लाल नेहरू विश्वविद्यालय की पूर्व उपाध्यक्ष शेहला रशीद ने एक बार फिर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और गृहमंत्री अमित शाह की तारीफ में कसीदे पढ़ीं हैं। उन्होंने मंगलवार को कश्मीर मुद्दे पर बातचीत करते हुए कहा कि कश्मीर गाजा नहीं है। उन्होंने कहा कि कश्मीर में स्थितियां अच्छी हैं, मै इसके लिए मोदी सरकार और अमित शाह की आभारी हूं।
‘कश्मीर गाजा नहीं …’
दरअसल, समाचार एजेंसी एएनआई ने रशीद से बातचीत में एक सवाल पूछा कि ‘आप पत्थबाजों को सपोर्ट करती थीं? इसका उत्तर देते हुए उन्होंने कहा, ‘ हां 2010 में, लेकिन आज जब मैं कश्मीर को देखती हूं, तो मैं बदली हुई स्थितियां पाती हूं। कश्मीर गाजा नहीं है, यह साफ हो गया है कि कश्मीर गाजा नहीं है, क्योंकि कश्मीर सिर्फ इन आगे-पीछे के विरोध प्रदर्शनों और उग्रवाद और घुसपैठ जैसी छिटपुट घटनाओं में शामिल था।”
रशीद ने की पीएम मोदी और शाह की तारीफ
उन्होंने आगे जम्मू कश्मीर में बदलाव के लिए पीएम मोदी और गृहमंत्री अमित शाह नीतियों की तारीफ भी की। रशीद ने कहा, “इन सभी चीजों के लिए, किसी को बर्फ तोड़ने की जरूरत थी और इसके लिए, मैं मौजूदा सरकार खासकर प्रधानमंत्री और गृह मंत्री को श्रेय देना चाहूंगी।”
देश विरोधी नारों पर कही ये बात
उन्होंने इस दौरान जेएनयू के दिनों के बारे में बातचीत करते हुए देश विरोधी नारों वाले आरोपों को गलत बताया। उन्होंने कहा, “जेएनयू में ‘भारत तेरे टुकड़े होंगे’, ‘लाल सलाम’ जैसे नारे कभी नहीं लगाए गए।”