बिलासपुर एयरपोर्ट के लिए अलायंस एयर ने रिवाइज्ड समर शेड्यूल जारी किया है। इसमें ढाई महीने से बंद प्रयागराज-जलबलपुर की फ्लाइट को एक जून से फिर शुरू किया जाएगा। वहीं, दिल्ली के लिए जगदलपुर से होकर फ्लाइट की सुविधा दी गई है। हालांकि ये उड़ानें पहले से चल रही फ्लाइट से भी कम हैं। इधर, बिलासपुर की फ्लाइट बंद करने को लेकर गुरुवार देर शाम हवाई सुविधा जनसंघर्ष समिति की बैठक में नाराजगी जताई गई। बैठक में आंदोलन तेज करने का फैसला लिया गया है। समिति ने 29 मई को एयरपोर्ट के सामने प्रदर्शन करने का ऐलान भी किया है।
हफ्ते में 8 फ्लाइट, धीरे-धीरे घटती गईं
दरअसल, बिलासपुर एयरपोर्ट से हवाई सुविधाओं के लिए कड़े संघर्षों के बाद फ्लाइट शुरू की गई। जब एक मार्च को हवाई सुविधा शुरू हुई, तब सप्ताह में 8 फ्लाइट प्रयागराज-जबलपुर-दिल्ली के लिए मिली थी। लेकिन, धीरे-धीरे इसे बंद कर दिया गया।
वर्तमान में केवल हफ्ते में दो दिन दिल्ली और दो दिन कोलकाता की ही फ्लाइट चल रही है। समिति के पदाधिकारियों ने कहा कि अलायंस एयर कंपनी ने रिवाइज्ड शेड्यूल जारी कर जो फ्लाइट शुरू करने की जानकारी दी है, वो पहले से चल रही फ्लाइट से भी कम है।
पहले जबलपुर और प्रयागराज फ्लाइट सप्ताह में चार दिन थी, जिसे अब घटा कर दो दिन कर दिया गया है। इसी तरह दिल्ली के लिए फ्लाइट पहले जगदलपुर फिर जबलपुर होकर दिल्ली जाएगी।
बैठक में आंदोलन तेज करने का फैसला
गुरुवार देर शाम हुई समिति की बैठक में सेना से जमीन वापसी में हो रही देरी और 4-सी कैटेगरी एयरपोर्ट की डीपीआर अब तक नहीं बनाए जाने और नाइट लैंडिंग में देरी पर नाराजगी जाहिर की गई। समिति पदाधिकारियों ने कहा कि हवाई सुविधा के नाम पर शुरू से ही बिलासपुर के साथ पक्षपात किया जा रहा है।
पर्याप्त यात्री मिलने के बाद भी उड़ानें बेवजह बंद कर दी गईं। नई उड़ाने शुरू करने का दावा किया गया, उन्हें भी बाद में बंद कर दिया गया। समिति के पदाधिकारियों ने एयरपोर्ट में सुविधाओं के विस्तार सहित लंबित मांगों को लेकर अब आंदोलन तेज करने का फैसला लिया है, जिसके तहत 29 मई को एयरपोर्ट के सामने प्रदर्शन किया जाएगा।
अलायंस एयर के रिवाइज्ड समर शेड्यूल में बिलासपुर
इधर, गुरुवार को अलायंस एयर कंपनी ने रिवाइज्ड समर शेड्यूल जारी किया है, जिसमें बिलासा एयरपोर्ट से जबलपुर और प्रयागराज के लिए सीधी विमान सेवा शुरू हो रही है। इन दो महानगरों के अलावा जगदलपुर के लिए भी बिलासपुर से सीधी विमान सेवा शुरू करने का फैसला कंपनी ने लिया है। जारी शेड्यूल एक जून से 26 अक्टूबर तक प्रभावी रहेगी।
नाइट लैंडिंग की मिली सुविधा
एयरपोर्ट अथॉरिटी ऑफ इंडिया ने नाइट लैंडिंग की इजाजत बिलासपुर एयरपोर्ट को दे दी है। लिहाजा अब मौसम खराब होने या बारिश के कारण फ्लाइट कैंसिल नहीं होगी और यात्रियों को दिक्कतों का सामना नहीं करना पड़ेगा। वीएफआर लाइसेंस मिलने से अब नियमित रूप से विमानों की लैंडिंग बिलासा एयरपोर्ट में हो सकेगी।
अलायंस एयर कंपनी की रिवाइज्ड समर शेड्यूल
विमान सेवा | दिन | लैंडिंग | टेकऑफ |
जगदलपुर-बिलासपुर | सोमवार | 12.05 | 13.10 |
बिलासपुर-दिल्ली | सोमवार | 13.35 | 16.20 |
प्रयागराज-बिलासपुर | मंगलवार-गुरुवार | 10.00 | 11.25 |
बिलासपुर-प्रयागराज | मंगलवार-गुरुवार | 12.30 | 13.45 |
कोलकाता-बिलासपुर | मंगलवार-गुरुवार | 07.00 | 08.50 |
बिलासपुर-कोलकाता | मंगलवार-गुरुवार | 09.15 | 11.05 |
जगदलपुर-बिलासपुर | शुक्रवार | 10.05 | 11.20 |
बिलासपुर-दिल्ली | शुक्रवार | 13.15 | 16.00 |
दिल्ली-बिलासपुर | शनिवार | 08.10 | 10.55 |
कंपनी ने यात्रियों की कमी को बताया था फ्लाइट बंद करने की वजह
दरअसल, हवाई सुविधाओं में विस्तार को लेकर हाईकोर्ट में जनहित याचिका भी लगी है, जिसकी लगातार सुनवाई चल रही है। पिछली सुनवाई में अलायंस एयर कंपनी ने यात्रियों की कमी के कारण जबलपुर-प्रयागराज की फ्लाइट रद्द करने की बात कही थी।
इस पर याचिकाकर्ता की ओर से पैसेंजर चार्ट पेश कर दोनों फ्लाइट के लिए पर्याप्त पैसेंजर होने की जानकारी दी गई। इसमें जबलपुर की फ्लाइट से आने-जाने वाले पैसेंजर्स की औसत संख्या 38 और 56 बताई गई है। इसी तरह प्रयागराज आने-जाने वाले यात्रियों की औसत संख्या 50 और 58 बताई गई है।
सब्सिडी मिलने पर कम होगा किराया
अलायंस एयर कंपनी के रिवाइज्ड शेड्यूल में सब्सिडी मिलने की उम्मीद है। अगर ऐसा हुआ तो बिलासपुर के यात्रियों को कम किराया लगेगा। बता दें कि पहले दिल्ली का किराया सात हजार रुपए देना पड़ता था। इसी तरह जबलपुर और प्रयागराज के लिए भी तीन से साढ़े तीन हजार रुपए किराया लगता था। हालांकि अभी शेड्यूल में फ्लाइट की बुकिंग शुरू होने की जानकारी नहीं दी गई है।
आचार संहिता हटते ही अंबिकापुर से भी हवाई सेवाएं
मां महामाया एयरपोर्ट दरिमा के लिए डीजीसीए ने दो महीने पहले लाइसेंस जारी कर दिया है। इसके तत्काल बाद लोकसभा चुनाव की आचार संहिता लागू हो गई। आचार संहिता हटने के बाद अंबिकापुर से हवाई सेवाएं शुरू हो जाएंगी। अंबिकापुर के दरिमा एयरपोर्ट से 72 सीटर विमान उड़ सकेंगे।
47 करोड़ की लागत से 1920 मीटर लंबी एयर स्ट्रिप
मां महामाया एयरपोर्ट में लगभग 47 करोड़ की लागत से 364 एकड़ में नए सिरे से 1920 मीटर लंबे एयर स्ट्रिप का निर्माण किया गया है। इसमें 1800 मीटर का मुख्य रनवे शामिल है। रनवे की लंबाई और इसकी क्षमता को बढ़ाने के साथ ही टर्मिनल भवन की क्षमता भी बढ़ाकर 72 यात्रियों के लिए की गई है।
फ्लाई बिग एयरलाइन को परिचालन का जिम्मा
उड़ान योजना 4.2 के तहत हवाई सेवा शुरू करने अंबिकापुर-बिलासपुर-अंबिकापुर और अंबिकापुर-रायपुर-अंबिकापुर मार्ग पर फ्लाइट चलाने का जिम्मा फ्लाई बिग एयरलाइन को दिया गया है। उड्डयन मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने तत्कालीन डिप्टी सीएम टीएस सिंहदेव को पत्र भेजकर बताया था कि अंबिकापुर हवाई अड्डे का स्वामित्व छत्तीसगढ़ सरकार के पास है।
इसके इलावा राउरकेला रूट की फ्लाइट को अंबिकापुर डायवर्ट करने की योजना है। भविष्य में अंबिकापुर-बनारस की सेवाएं शुरू हो सकती हैं। उड़ान योजना के पहले दौर के तहत अंबिकापुर हवाई अड्डे को आरसीएस उड़ानों के परिचालन के लिए विकसित करने के लिए चिन्हित किया गया था।
हवाई अड्डे का 3सी-वीएफआर के रूप में विकास कार्य पूरा हो गया है और लाइसेंस पानी की प्रक्रिया चल रही है। लाइसेंस मिलने के बाद एयरलाइन अंबिकापुर से उड़ानें संचालित कर सकती है।