छत्तीसगढ़ के कोंडागांव के पूर्व विधायक मोहन मरकाम के बंगले पर तैनात एक आरक्षक ने फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली है। आरक्षक ड्यूटी के बाद घर जाने की बात कहकर बंगले से निकला था। लेकिन नदी किनारे उसने पेड़ पर फांसी लगा ली। मामला कोतवाली थाना क्षेत्र का है। जानकारी के मुताबिक, आरक्षक संपत मंडावी भानपुरी का रहने वाला था। बुधवार को नदी किनारे गाय चरा रहे ग्रामीण ने फांसी के फंदे पर आरक्षक की लाश देखी। उसने तत्काल सरपंच और ग्रामीणों को इसकी जानकारी दी। सरपंच ने कोतवाली पुलिस को सूचना दी।
आत्महत्या की वजह साफ नहीं
इसके बाद पूरे गांव में सनसनी फैल गई। शव को देखने के लिए लोगों की भीड़ उमड़ पड़ी। सूचना मिलने पर पुलिस की टीम मौके पर पहुंची और शव को फंदे से उतारकर पोस्टमॉर्टम के लिए भेज दिया। फिलहाल आत्महत्या की वजह साफ नहीं पाई है।
घर जाने के लिए ड्यूटी से निकला था
कोंडागांव थाना प्रभारी सौरभ उपाध्याय के मुताबिक, आरक्षक बुधवार सुबह 10 बजे घर जाने की बात कहकर ड्यूटी खत्म कर बाइक पर निकला था, लेकिन उसने ग्राम लंजोड़ा बुकापारा के नदी किनारे एक पेड़ पर फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। पुलिस मामले की जांच कर रही है।