विधानसभा चुनाव के लिए राज्यभर में लगाए गए जांच नाकों को मतदान के बाद हटा लिया गया है। 50 हजार से ज्यादा कैश लाने-ले जाने पर भी राहत दे दी गई है। इसी महीने शादी के कई मुहूर्त हैं इस वजह से बाजार में एक बार फिर खरीदारी शुरू हो गई है। शहर की सड़कों के डामरीकरण काम भी चालू कर दिया गया है। आचार संहिता लागू होने की वजह से पिछले कई वर्षों की तुलना में इस दिवाली में रजिस्ट्री भी बेहद कम हुई। इसलिए अब माना जा रहा है कि अब जमीनों-मकानों की खरीदी-बिक्री ज्यादा होगी, क्योंकि कारोबार पटरी पर वापस लौटेगा। पहले दिवाली की छुट्टी फिर मतदान की वजह से पिछले हफ्ते सरकारी दफ्तर और बाजार लगभग सूने रहे।
सरकारी दफ्तरों में आम लोगों का आना-जाना लगभग बंद हो गया। मजदूरों के छुट्टी पर होने की वजह से कंस्ट्रक्शन समेत लगभग सभी तरह के काम बंद थे। रविवार तक दुकानें आंशिक रूप से ही खुली रहीं। अब सोमवार से सरकारी दफ्तरों और बाजारों में पहले जैसे रौनक दिखाई दी है। दूसरे राज्यों से आने वाले कारोबारी अब बेधड़क आ रहे हैं, क्योंकि कैश लाने ले जाने की लिमिट खत्म हो गई है। प्राइवेट गाड़ियों को रोककर कैश की जांच नहीं की जा रही है। गौरतलब है कि आचार संहिता के दौरान इस बार रिकार्ड 65 करोड़ से ज्यादा कैश, सोने-चांदी के जेवर समेत कई तरह के सामान जब्त किए गए थे। राज्य बनने के बाद अब तक 2003, 2008, 2013 और 2018 में विधानसभा चुनाव हुए हैं।
रजिस्ट्री के लिए बढ़ेगी बुकिंग
रजिस्ट्री दफ्तर से मिली जानकारी के अनुसार इस बार दिवाली में 35 फीसदी रजिस्ट्री कम हुई है। आमतौर पर दिवाली के दौरान रजिस्ट्री की संख्या आमदिनों की तुलना में लगभग दोगुना हो जाती है। लेकिन इस बार की दिवाली में यह संख्या कम हो गई। रजिस्ट्री से मिलने वाला राजस्व भी प्रभावित हुआ है।
इस माह शादी के 5 मुहूर्त
शहर के पंडितों के अनुसार शादियों के लिए 23 नवंबर से मुहूर्त शुरू हो जाएंगे। इसके लिए बाजारों में खरीदी शुरू हो गई है। इस वजह से बाजारों में कैश फ्लो भी बढ़ गया है। छत्तीसगढ़ चैंबर समेत सभी व्यापारिक संगठनों का कहना है कि बाजार में खरीदी बढ़ेगी। नवंबर में ही शादियों के लिए पांच मुहूर्त हैं। इस वजह से खरीदारी का आंकड़ा बढ़ेगा।
इन कामों में भी आएगी तेजी
तहसील में रुके काम अब तेजी से होंगे। जिन मामलों की सुनवाई आगे बढ़ाई गई थी उन मामलों में तहसील कोर्ट में सुनवाई शुरू कर दी गई है। सोमवार को लगभग सभी तहसीलदारों की कोर्ट में सुबह से शाम तक सुनवाई चलती रही। इसके अलावा निगम की ओर से जिन सड़कों का पेचवर्क रोक दिया गया था वो भी शुरू कर दिया गया है।