माइक्रोसॉफ्ट ने कल एक बड़ा मास्टरस्ट्रोक खेला। क्या है कंपनी का यह मास्टरस्ट्रोक और उससे कंपनी को क्या फायदा मिलेगा?
माइक्रोसॉफ्ट (Microsoft) दुनिया की सबसे बड़ी टेक कंपनियों में से एक है। कल माइक्रोसॉफ्ट ने एक बड़ा फैसला लिया। कंपनी ने ओपनएआई (OpenAI) के पूर्व सीईओ सैम ऑल्टमैन (Sam Altman) और पूर्व प्रेसिडेंट ग्रेग ब्रॉकमैन (Greg Brockman) को नौकरी पर रख लिया। सैम को कुछ दिन पहले ही ओपनएआई ने सीईओ पद के साथ ही नौकरी से भी निकाल दिया था। सैम की छुट्टी के बाद कंपनी के बोर्ड ने ग्रेग को भी प्रेसिडेंट के पद से हटा दिया था, जिसके बाद ग्रेग ने खुद ही कंपनी छोड़ दी थी। अब दोनों को माइक्रोसॉफ्ट ने नौकरी पर रख लिया है। माइक्रोसॉफ्ट के सीईओ सत्या नडेला (Satya Nadella) ने खुद इस बात की जानकारी दी। माइक्रोसॉफ्ट के इस कदम को एक मास्टरस्ट्रोक बताया जा रहा है।
माइक्रोसॉफ्ट का मास्टरस्ट्रोक
एआई – आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI – Artificial Intelligence) ऐसी टेक्नोलॉजी है जो इस समय टेक वर्ल्ड में छाई हुई है। दुनियाभर में कई बड़ी टेक कंपनियाँ आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस पर काम करते हुए चैट बॉट्स और दूसरी सर्विसेज़ प्रोवाइड उपलब्ध करा रही हैं और साथ ही नई सर्विसेज़ पर काम भी कर रही हैं। पर आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस की दुनिया में ओपनएआई सबसे पॉपुलर कंपनी है।
ओपनएआई ने पिछले साल आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस पर बेस्ड चैट बॉट चैटजीपीटी (ChatGPT) लॉन्च किया था और उसके बाद से ही कंपनी की पॉपुलैरिटी काफी बढ़ गई। इसकी वजह रही चैटजीपीटी को लोगों से मिला ज़बरदस्त रिस्पॉन्स जो अभी भी मिल रहा है। ओपनएआई और चैटजीपीटी की कामयाबी के पीछे सैम और ग्रेग की अहम भूमिका रही है।
माइक्रोसॉफ्ट ने दोनों को अपनी कंपनी के लिए एक नई एडवांस्ड एआई रिसर्च टीम को लीड करने के लिए नौकरी पर रखा है। दोनों को एआई सेक्टर में बेहतरीन अनुभव है जिसका इस्तेमाल माइक्रोसॉफ्ट की नई एडवांस्ड एआई रिसर्च टीम को नई ऊंचाइयों को ले जाने के लिए किया जा सकता है। इससे माइक्रोसॉफ्ट को भी ज़बरदस्त फायदा होगा और नडेला इस बात को अच्छी तरह से जानते हैं। इसी वजह से सैम और ग्रेग को नौकरी पर रखना माइक्रोसॉफ्ट का एक मास्टरस्ट्रोक है।