बार-बार प्यास लगना डायबिटीज के चलते हो सकता है। डायबिटीज एक साइलेंट किलर बीमारी है, जो धीरे-धीरे शरीर को खोखला बना देती है।
प्यास लगना शरीर की स्वाभाविक प्रक्रिया है। आमतौर पर हम दिन में 7 से 8 गिलास पानी पीते हैं। स्वस्थ रहने के लिए एक दिन में पानी की इतनी मात्रा को जरूरी भी माना जाता है। हालांकि, अगर बार-बार पानी पीने के बाद भी आपको प्यास का अहसास होता रहता है, तो बता दें कि ये आम संकेत नहीं है। इससे अलग अत्यधिक प्यास लगना गंभीर बीमारियों की ओर इशारा भी हो सकता है। आइए जानते हैं इसके बारे में-
क्यों लगती है बार-बार प्यास?
कई बार ज्यादा तला-भुना या मसालेदार खाना खाने पर आपको जल्दी-जल्दी प्यास लगने का अहसास हो सकता है, वर्कआउट के समय बार-बार प्यास लगना आम बात है, इससे अलग डिहाइड्रेशन या लंबे समय तक हीट और सूरज के संपर्क में रहने पर जल्दी प्यास लगना भी आम है। हालांकि, अगर आप लगातार कई दिनों से इस तरह की स्थिति का सामना कर रहे हैं या रात को सोते समय भी प्यास के चलते आपनी नींद खुल जाती है, तो इसे आम समझने की गलती न करें और तुरंत डॉक्टर से अपनी जांच कराएं।
क्या है वजह?
डायबिटीज
बार-बार प्यास डायबिटीज के चलते हो सकता है। डायबिटीज एक साइलेंट किलर बीमारी है, जो धीरे-धीरे शरीर को खोखला बना देती है। इस बीमारी की चपेट में आने पर बॉडी में इंसुलिन बनने की मात्रा बेहद कम या बंद हो जाती है। इससे शुगर का पाचन सही ढंग से नहीं हो पाता है और ब्लड में शुगर की मात्रा अधिक बढ़ जाती है। ऐसी स्थिति में किडनी पर दवाब पड़ने लगता है। किडनी बार-बार ब्लड शुगर को फिल्टर कर यूरिन के रास्ते निकालने का प्रयास करती हैं। यानी डायबिटीज होने पर अधिक पेशाब आता है, जिससे शरीर में पानी की कमी हो जाती है और ऐसे में आपको बार-बार प्यास का अहसास होने लगता है। वहीं, अगर आपको लंबे समय से इस परेशानी का सामना करना पड़ रहा है, तो अधिक देरी किए बिना एक बार अपनी जांच जरूर करा लें।
एनीमिया
शरीर में खून की कमी हो जाने पर भी ज्यादा प्यास लगती है। खून की कमी को एनीमिया कहा जाता है। ऐसा तब होता है जब हीमोग्लोबिन बनाने के लिए बॉडी में रेड ब्लड सेल्स की कमी होने लगती है। इस स्थिति में डिहाइड्रेशन की समस्या होना आम बात है। ऐसे में अगर लंबे समय तक आपको बार-बार प्यास का अहसास हो रहा है, तो शरीर में खून की जांच करा लें। इससे अलग आप डाइट में आयरन से भरपूर चीजों को शामिल कर सकते हैं। आयरन हीमोग्लोबिन बढ़ाने में मददगार है।
हायपरकैल्शिमिया
शरीर में कैल्शियम की मात्रा जरूरत से ज्यादा बढ़ जाने की स्थिति को हायपरकैल्शिमिया कहा जाता है। वहीं, बार बार प्यास लगना हायपरकैल्शिमिया का सबसे आम लक्षण है। कैल्शियम की अदिध मात्रा होने पर भी किडनी पर लोड बढ़ जाता है। ऐसे में किडनी इसे फिल्टर करने के लिए कड़ी मेहनत करती हैं। इससे आपको बार-बार पेशाब आता है और प्यास का अहसास भी अधिक होने लगता है।