छत्तीसगढ़ में इन दिनों बिजली के स्मार्ट मीटर लगाने का काम जारी है। जिस तरह आप इंटरनेट डेटा पैक खरीदते हैं, वैसे ही बिजली का डेटा पैक खरीद सकेंगे। रिचार्ज नहीं कराने पर मोबाइल की तरह ही बिजली सप्लाई बंद हो जाएगी।
सवाल-1 : क्या होता है स्मार्ट मीटर?
जवाब : स्मार्ट मीटर एक तरह का डिजिटल मीटर है या यूं कहें कि पुराने बिजली मीटर का प्रो-वर्जन है। एडवांस टेक्नोलॉजी वाले स्मार्ट मीटर में मोबाइल में लगने वाले SIM की तरह NIC यानी नेटवर्क इंटरफेस कार्ड लगा होता है। डिवाइस को नेटवर्क से जोड़ने के लिए इसका उपयोग किया जाता है।
सवाल-2: स्मार्ट मीटर क्यों लगाया जा रहा है?
जवाब : स्मार्ट मीटर लाने का मकसद बिजली चोरी रोकना है। लाइन लॉस की समस्या भी इससे खत्म होगी। अभी लाइन लॉस की वजह से बिजली विभाग को बड़ा नुकसान उठाना पड़ रहा है। इसमें रोजाना होने वाली खपत होने वाली बिजली का पूरा डेटा बिजली विभाग और आम उपभोक्ता दोनों के पास रहेगा।
सवाल-3: स्मार्ट मीटर कैसे काम करता है और इसकी खासियत क्या है?
जवाब : नए मीटर में NIC कार्ड डाला गया है। जो उपभोक्ता और बिजली दफ्तर के कंट्रोल रूम के बीच एक तरह का कम्युनिकेशन मीडियम है। इससे रोजाना की खपत और लोड के साथ ही मीटर में बैलेंस और बिजली की खराबी संबंधी सारी जानकारियां बिजली विभाग के पास होगी।
सवाल-4: क्या पुराने मीटर बदलने के लिए उपभोक्ता की सहमति लेनी होगी? क्या नोटिस देना जरूरी होगा?
जवाब : स्मार्ट मीटर लगाने के लिए उपभोक्ता इनकार नहीं कर सकता। सरकारी नियमों के मुताबिक ये हर उपभोक्ता के लिए जरूरी है। इसलिए लिए कोई विशेष नोटिस या सहमति नहीं ली जा रही है। मीटर लगाए जाने के बाद डिजिटल सिग्नेचर जरूर लिए जा रहे हैं।
सवाल-5: मीटर लगाने के लिए क्या उपभोक्ता को पैसे देने होंगे है?
जवाब : नहीं, स्मार्ट मीटर लगाने का कोई चार्ज नहीं लिया जा रहा है। उपभोक्ता के घरों में ये फ्री में लगाया जा रहा है। ठेका कंपनी ही इसका खर्च का वहन कर रही है। विद्युत कंपनी की तरफ से रीडिंग के हिसाब से कंपनी को भुगतान किया जाएगा। कंपनी के साथ मेंटेनेंस और सुविधा मुहैया कराने को लेकर 10 सालों का कॉन्ट्रैक्ट किया गया है।
सवाल-6: क्या मीटर लगाते ही तुरंत रिचार्ज करना जरूरी होगा?
जवाब : तत्काल प्री-पेड नहीं किया जा रहा है। मीटर लगाने के 2 महीने तक पोस्ट-पेड मोड पर ही संचालन होगा। इसके बाद प्री-पेड मोड शुरू होने पर एक महीने का बैलेंस दिया जाएगा। जो आपकी सुरक्षा निधि का ही हिस्सा होगा, यानी जितना बिजली विभाग के पास जो सिक्योरिटी डिपॉजिट है, उसी का उपयोग रिचार्ज के रूप में किया जाएगा।
सवाल-7: मिनिमम कितने का रिचार्ज कराना होगा और ये मैक्सिमम कितने तक का होगा?
जवाब : एवरेज खपत का मैसेज उपभोक्ता के पास जाएगा और उसी के मुताबिक उपभोक्ता को बैलेंस रखना होगा। हालांकि अब तक रिचार्ज की मिनिमम और मैक्सिमम सीमा निर्धारित नहीं की गई है। अपनी सुविधानुसार रिचार्ज कराना होगा।
सवाल-8: उपभोक्ता को कैसे पता लगेगा कि बैलेंस खत्म हो गया और कब रिचार्ज कराना है?
जवाब : इसके लिए 3 मैसेज आएंगे। पहला मैसेज एवरेज 7 दिन की खपत के बराबर बैलेंस होने पर आएगा। दूसरे मैसेज 3 दिन और तीसरा मैसेज 1 दिन की खपत के बराबर बैलेंस बचे होने पर भेजा जाएगा। हालांकि क्रेडिट लिमिट शुरू होने और कनेक्शन कट होने का भी वॉर्निंग मैसेज उपभोक्ता को भेजा जाएगा।
सवाल-9: प्री-पेड मीटर है तो क्या रिचार्ज खत्म होने पर बिजली खुद से कट जाएगी।
जवाब : नहीं, बैलेंस खत्म होने के बाद भी 300 रुपए तक का क्रेडिट उपभोक्ता को दिया जाएगा। इस बीच उन्हें रिचार्ज कराना होगा और अगले रिचार्ज से ये रकम काट ली जाएगी।
सवाल-10: अगर क्रेडिट लिमिट रात में खत्म होगी तो क्या बिजली तुरंत काट दी जाएगी?
जवाब : नहीं, बिजली केवल दिन में ही सुबह 10 से दोपहर 2 बजे तक ही काटी जाएगी। अवकाश के दिनों में बिजली बंद नहीं की जाएगी। बिजली काटने के लिए कोई कर्मचारी घर नहीं आएगा, बल्कि कंट्रोल रूम से ही कनेक्शन बंद कर दिया जाएगा।
सवाल-11 : जिन उपभोक्ता के घरों में 2 या उससे ज्यादा मीटर लगे हैं, क्या उनके घरों में उतने ही स्मार्ट मीटर लगेंगे।
जवाब : हां, जितने भी कनेक्शन हो, वहां पुराने मीटर बदलकर स्मार्ट मीटर लगाए जाएंगे।
सवाल-12 : ऐसे उपभोक्ता जिन्होंने कई महीनों से बिजली बिल नहीं जमा किया है। ऐसे बकाएदारों से कैसे वसूली होगी?
जवाब : रिचार्ज के बाद आए बैलेंस से ही वसूली होगी। हालांकि ये एक बार में नहीं वसूला जाएगी, बल्कि कुल अमाउंट को 300 दिनों के बराबर बांटा जाएगा और हर दिन धीरे-धीरे वसूली की जाएगी।
सवाल-13 : क्या बिजली की दरों में कोई बदलाव होगा?
जवाब : नहीं स्मार्ट मीटर लगने की वजह से दरों में कोई बदलाव नहीं किया जा रहा है। पहले से राज्य में निर्धारित दरों में ही लोगों को बिजली मिलेगी।
सवाल-14: क्या हाफ बिजली बिल का फायदा स्मार्ट मीटर लगाने के बाद भी मिलेगा?
जवाब : स्मार्ट मीटर लगने के बाद भी सभी आम उपभोक्ता को सरकार की हाफ बिजली बिल योजना का फायदा मिलता रहेगा। छूट का फायदा लोगों को मिले इसके लिए मीटर में ऑटोमैटिक व्यवस्था की गई है। जिससे रिचार्ज में ही छूट के मुताबिक उपभोक्ता का पैसा कटेगा।
सवाल-15: क्या खेतों में लगाए जाने वाले विद्युत पंप में भी ये मीटर लगाए जाएंगे?
जवाब : नहीं, फिलहाल खेतों में लगाए जाने वाले विद्युत पंप में स्मार्ट मीटर नहीं लगाए जा रहे हैं, लेकिन भविष्य में इसे लेकर भी फैसला लिया जा सकता है।
सवाल- 16: क्या उद्योगों में भी स्मार्ट मीटर ही लगाए जा रहे हैं?
जवाब : उद्योगों में पहले से ही AMR यानी ऑटोमेटिक मीटर रीडिंग मशीन लगी हुई है। इसलिए यहां स्मार्ट मीटर नहीं लगाए जा रहे हैं। उद्योगों में पोस्ट-पेड सिस्टम ही चलेगा। भविष्य में बदलाव किए जा सकते हैं।
सवाल-17: क्या सरकारी कार्यालयों में भी स्मार्ट मीटर लगेंगे?
जवाब : हां, आम उपभोक्ताओं की तरह प्रदेश के सभी सरकारी कार्यालयों, भवन, स्कूल, नेता और मंत्रियों के घरों में भी स्मार्ट मीटर लगाए जा रहे हैं।