जिलेवासियों को गुणवत्तापूर्ण इलाज देने के लिए स्वास्थ्य सेंटरों में नए-नए इंफ्रास्ट्रक्चर तैयार किए जा रहे हैं। लेकिन गुणवत्ता जांचने वाली सरकारी एजेंसी (सीजीएमएससी) सरकार की मंशा को पलीता लगा रही है। जिला अस्पताल में 80 लाख रुपए में दो मंजिला आइसोलेशन सेंटर की बीम व छत झुकने के कारण उसके इंजीनियरों की गड़बड़ी सामने आ गई है। मामले में कार्रवाई के लिए सिविल सर्जन डॉ. हेमंत साहू ने हालांकि पीडब्ल्यूडी से जांच कराने लिखा है। जबकि उन्हीं के अधीन लाल बहादुर सुपेला अस्पताल में उसी अग्रवाल नाम की एजेंसी 12 कमरों वाले न्यू ओपीडी ब्लॉक का निर्माण करा रही है। निर्माण के लिए एजेंसी को प्रधानमंत्री आयुष्मान भारत इंफ्रास्ट्रक्चर मिशन के तहत मिले 3 करोड़ रुपए में से 1.47 करोड़ रुपए दिए जाने हैं।