छत्तीसगढ़ : इलेक्ट्रिक गाड़ियों में आग से दहशत में आऐ उपभोक्ता; एक्सपर्ट्स ने कहा – ज्यादा एक्सेसरीज और मॉडिफिकेशन होगा, तो खतरा रहेगा, बैटरी पर लोड न दें…!

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रायपुर में एक विश्सनीय कंपनी की गाड़ी में आग लगने की खबर के बाद ईवी गाड़ियों को लेकर चर्चा बहुत तेज हो गई। छत्तीसगढ़ में इलेक्ट्रिक वाहन (EV) इस्तेमाल करने वाले 70 हजार से ज्यादा वाहन स्वामियों की चिंता भी बढ़ गई है। यहां तक कि कंपनियों की इंक्वॉयरी में भी इसका असर पड़ा है।

21 नवंबर को दे IAS अफसर के घर में इलेक्ट्रिक कार में चार्जिंग के दौरान धमाके के साथ आग लग गई थी। आपके EV के साथ ही ऐसा कोई हादसा ना हो, इसलिए अपनी गाड़ियों की जांच करवाएं। सर्विस मैनेजर से गाड़ियों के रख रखाव संबंधी जानकारी लें। राष्ट्रबोध आपको एक्सपर्ट के जरिए बता रहा है कैसे इलेक्ट्रिक व्हीकल का ध्यान रखें, ताकी हादसों से बचा जा सके।

एक्सपर्ट ने EV गाड़ियों को रखने का तौर तरीका बताया। गाड़ी में क्या करवाना चाहिए? क्या नहीं करवाना चाहिए? गाड़ी में क्या रखना चाहिए? क्या नहीं रखना चाहिए? इस बात की जानकारी भी उन्होंने दी।

एक्सपर्ट नागेश कुमार से जानें ऐसे हादसों से कैसे बचें

एक्सपर्ट नागेश कुमार बताते हैं कि इलेक्ट्रिक दोपहिया और चार पहिया वाहनों को अग्नि हादसों या तकनीकी समस्याओं से बचाने के लिए गाड़ी की जांच हमेशा एक्सपर्ट (शो रूम में) से करवाना चाहिए। गाड़ियों में हादसे ना हो इसलिए ये तरीके अपनाना जरूरी है।

1. EV में आग लगने की बड़ी वजह शॉर्ट-सर्किट

  • शॉर्ट सर्किट तब होने के चांस बढ़ जाते हैं जब ओवरहीटिंग की वजह से बैटरी या कोई अन्य तार पिघलकर चिपक जाते हैं।
  • ऐसी स्थिति ना आए इसके लिए गाड़ी को सर्विस करवाते समय बैटरी व अन्य पार्ट्स की वाइरिंग चेक करवाना कभी नहीं भूलना चाहिए।

2. लिमिट से ज्यादा एक्सेसरीज से बचें

  • बाइक-कार और ई-रिक्शा में एक लिमिट से ज्यादा पावर के म्यूजिक सिस्टम, एक्स्ट्रा हेलोजन या LED लाइट्स से बचें।
  • ये एक्सेसरीज कार की बैटरी पर लोड बढ़ाती हैं, जिससे बैटरी वायर में शॉर्ट सर्किट होने का खतरा बनने लगता है।

इलेक्ट्रिक व्हीकल में स्मोकिंग न करें

  • गाड़ी के अंदर सिगरेट नहीं पीनी चाहिए। कई बार सिगरेट की चिंगारी गाड़ी में गिर जाती है जिसका पता नहीं चलता है। ऐसे में आग लगने का खतरा बढ़ा रहता है।
  • गाड़ी में बॉटल में पेट्रोल, डीजल या दूसरे ज्वलनशील पद्वार्थ नहीं रखना चाहिए।
  • स्प्रे बॉटल्स, एलपीजी सिलेंडर में ज्यादा तापमान होने पर फटने का खतरा बना रहता है।

धुआं उठता दिखे तो संयम से काम लें

  • गाड़ी के बोनट से धुआं उठता दिखता है तो पैनिक होने की जरूरत नहीं है।
  • तुरंत बोनट ना खोलें, बल्कि हाथ में फायर इक्स्टिंगग्विशर या पानी की व्यवस्था करें और उसके बाद बोनट खोलकर आग बुझाएं।

छत्तीसगढ़ सरकार EV में दे रही सब्सिडी

छत्तीसगढ़ में इलेक्ट्रिक वाहन खरीदने पर सरकार सब्सिडी दे रही है। इसी योजना के तहत अब तक 14 करोड़ 29 लाख 95 हजार 150 रुपए की राशि सब्सिडी के के तौर पर दी जा चुकी है। ये सब्सिडी शासन ने 5 चरण में बांटी है। आपको बता दें कि अगस्त 2013 तक प्रदेश में 70 हजार से ज्यादा इलेक्ट्रिक वाहनों की बिक्री हो चुकी है।


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