बंगाल की खड़ी में बने चक्रवात की वजह से छत्तीसगढ़ के मौसम में उतार-चढ़ाव की स्थिति बनी हुई है। पश्चिमी विक्षोभ के असर और बंगाल की खाड़ी से नमी आने के चलते सरगुजा संभाग को छोड़कर प्रदेश के कई जिलों में गरज-चमक के साथ हल्की बारिश होने की संभावना है। ऐसे में अगले दो दिन तक तापमान में खास बदलाव नहीं होगा।
मौसम वैज्ञानिक एचपी चन्द्रा ने बताया कि प्रदेश में आने वाली हवाओं की दिशा बदली है , बंगाल की खाड़ी से अधिक मात्रा में हवा आने के कारण मौसम में नमी बढ़ी है। नमी की मात्रा तापमान को स्थिर कर लेती है, जिससे न्यूनतम तापमान में गिरावट कम हुई है। इस वजह से नवंबर के अंतिम हफ्ते तक भी ठिठुरन वाली ठंड शुरू नही हो पाई है।
इसलिए नहीं पड़ रही कड़ाके की ठंड
मौसम वैज्ञानिक एचपी चन्द्रा ने बताया कि पिछले साल नवंबर के महीने में अच्छी ठंड पड़ी थी, लेकिन इस बार पश्चिमी विक्षोभ के लगातार आने से बादल छाए हुए है। मौसम में नमी बने रहने के कारण रात के तापमान में गिरावट नहीं हुई। इसीलिए कड़ाके की ठंड नहीं पड़ रही है।
रविवार को ऐसा रहा मौसम
- रविवार को छत्तीसगढ़ में सबसे कम न्यूनतम तापमान 9.8 डिग्री अंबिकापुर में दर्ज किया गया।
- सबसे अधिक तापमान दुर्ग में 31.2 डिग्री रिकॉर्ड किया गया।
अगले 2 दिन ऐसा रहेगा मौसम
- छत्तीसगढ़ में अगले दो दिन में न्यूनतम और अधिकतम तापमान में कोई खास बदलाव होने के आसार नहीं हैं।
- सरगुजा को छोड़कर रायपुर, दुर्ग, बिलासपुर और बस्तर संभाग के एक दो जिलों में हल्की बारिश हो सकती है है।