छत्तीसगढ़ में अब धान खरीदी का कार्य शुरू हो चुका है, जिसमें मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने प्रदेशभर के 2739 धान खरीदी केंद्रों के लिए दिशा-निर्देश जारी किए हैं। इन केंद्रों पर किसान अपनी फसल बेचने के लिए पहुंच सकते हैं। मुख्यमंत्री ने सोशल मीडिया पर एक पोस्ट भी साझा की, जिसमें उन्होंने कहा कि किसानों को 72 घंटे के भीतर भुगतान किया जाएगा। मुख्यमंत्री ने इस प्रक्रिया की शुरुआत बालोद जिले के भाठागांव बी स्थित नवीन धान उपार्जन केंद्र से की।
धान खरीदी केंद्र की कई तस्वीरें और वीडियो राष्ट्रबोध के पास प्रदेश भर से आ रहे हैं। दुर्ग जिले के धमधा विकासखंड के ग्राम हिर्री सोसाइटी के धान खरीदी केंद्र की एक तस्वीर में आप देख सकते हैं विधि विधान से तराजू की पूजा अर्चना कर 3 महीने तक चलने वाली खरीदी प्रक्रिया का शुभारंभ किया गया।
धान खरीदी केंद्र, हिर्री,दुर्ग
इस साल राज्य में कुल 27 लाख पंजीकृत किसान हैं, जिनमें से 1 लाख 35 हजार नए किसान रजिस्टर हुए हैं। इसके अलावा, 36 हजार 263 हेक्टेयर अतिरिक्त रकबे को भी पंजीकृत किया गया है। किसानों की सुविधा के लिए केंद्रों में बायोमेट्रिक डिवाइस लगाए गए हैं, ताकि सभी किसान आसानी से समर्थन मूल्य पर अपनी धान बेच सकें।
धान खरीदी प्रक्रिया 14 नवंबर से 31 जनवरी 2025 तक चलेगी। 7 नवंबर से केंद्रों में टोकन वितरण शुरू किया गया था, जिससे किसानों को अपने स्थान की व्यवस्था बेहतर तरीके से हो सके। इसके अलावा, केंद्रों पर इलेक्ट्रॉनिक कांटे, पर्याप्त बारदाने, और पीने के पानी की व्यवस्था भी की गई है।
सरकार ने किसानों के लिए हेल्पलाइन नंबर भी जारी किया है, ताकि किसी भी शिकायत का समाधान तुरंत हो सके। इसके अतिरिक्त, सीमावर्ती क्षेत्रों में चेकिंग दलों के माध्यम से बाहर से आने वाले धान की निगरानी की जाएगी। मुख्यमंत्री ने अपने पोस्ट में यह भी कहा कि उनकी सरकार का लक्ष्य है कि छत्तीसगढ़ के हर किसान का धान खरीदा जाए और उन्हें समय पर पूरा भुगतान मिले।