प्रयागराज महाकुंभ-2025 से पहले वाराणसी में गंगा की स्वच्छता पर सवाल खड़े हो रहे हैं। हाल ही में अस्सी और वरुणा नदियों की स्थिति से जुड़ी याचिका की सुनवाई के दौरान एनजीटी ने गंगा के पानी की शुद्धता पर गंभीर टिप्पणी की। एनजीटी ने वाराणसी के जिलाधिकारी से सवाल किया कि क्या वे गंगा का पानी पीने लायक मानते हैं? साथ ही सुझाव दिया कि गंगा के किनारे सूचना बोर्ड लगाए जाएं, जिनमें लिखा हो कि यह पानी न तो पीने योग्य है और न ही स्नान के लिए सुरक्षित।
इस टिप्पणी के बाद गंगा की सफाई पर बहस तेज हो गई है। सोशल मीडिया पर लोग इस मुद्दे पर अपनी राय दे रहे हैं और गंगा की स्वच्छता के दावों पर सवाल उठा रहे हैं। महाकुंभ जैसे बड़े आयोजन से पहले यह चर्चा और तेज हो रही है।