छत्तीसगढ़ वक्फ बोर्ड के चेयरमैन डॉ. सलीम राज को पाकिस्तान से धमकी भरे फोन कॉल्स मिलने का मामला सामने आया है। इस संबंध में उन्होंने आजाद चौक थाने में शिकायत दर्ज कराई है। बताया गया कि धमकी फोन पर दी गई, जिसमें कहा गया, “तुम्हें 6 इंच छोटा कर देंगे, गर्दन से या पैर से, खुद चुन लो।”
डॉ. सलीम ने कहा कि यह धमकियां वक्फ बोर्ड के नए निर्देश के बाद आ रही हैं, जिसमें जुमे की नमाज के बाद मस्जिदों में होने वाली तकरीरों (भाषणों) के टॉपिक के लिए बोर्ड से अनुमति लेना अनिवार्य किया गया है। वक्फ बोर्ड ने यह निर्णय विवादित मुद्दों से बचने और सामाजिक सौहार्द बनाए रखने के उद्देश्य से लिया है।
उन्होंने आगे बताया कि नियम लागू होने के बाद 154 मुतवल्लियों ने अपने टॉपिक्स बोर्ड को भेजे, जिन्हें मंजूरी दी गई। हालांकि, जो इस नियम का पालन नहीं करेंगे, उनके खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाएगी। धमकियों पर प्रतिक्रिया देते हुए डॉ. सलीम ने कहा, “मैं देश और समाज हित में बनाए गए इस नियम के लिए खड़ा हूं और ऐसी धमकियों से डरने वाला नहीं हूं।”
इस विवाद पर AIMIM सांसद असदुद्दीन ओवैसी ने बयान दिया, “अब भाजपाई हमें बताएंगे कि दीन (धर्म) क्या है? क्या अपने दीन पर चलने के लिए अब इजाजत लेनी होगी?” वहीं, मुख्यमंत्री के मीडिया सलाहकार पंकज कुमार झा ने कहा, “वक्फ बोर्ड सीधे किसी सरकार के अधीन नहीं होता। बोर्ड में अधिकांश सदस्य कांग्रेस द्वारा नियुक्त हैं।”
वक्फ बोर्ड का यह फैसला मस्जिदों में तकरीरों के दौरान राजनीतिक भाषणों को रोकने और शांति बनाए रखने के लिए किया गया है, लेकिन इस पर कई पक्षों की अलग-अलग प्रतिक्रियाएं सामने आ रही हैं।