सीबीआई ने शुक्रवार को रायपुर में केंद्रीय वस्तु एवं सेवा कर (सीजीएसटी) के दो अधिकारियों को रिश्वत लेते रंगेहाथों गिरफ्तार किया। सुपरिंटेंडेंट इलोंका मिंज और इंस्पेक्टर सौम्य रंजन मलिक पर आरोप है कि उन्होंने एक दवा कारोबारी, राहुल वर्मा, से जीएसटी गड़बड़ी के निपटारे और पेनल्टी से बचाने के नाम पर 60 हजार रुपए रिश्वत मांगी थी। दैनिक भास्कर की टीम ने इस मामले में अहम सबूत जुटाए, जिनके आधार पर सीबीआई ने कार्रवाई की।
दोनों अधिकारियों ने राहुल को पहले 3 लाख की पेनल्टी का डर दिखाया और इसके निपटारे के लिए 75 हजार रुपए की मांग की। जब कारोबारी ने भास्कर से संपर्क किया, तो डीबी स्टार ने इन अधिकारियों का स्टिंग ऑपरेशन किया। एसीबी के जरिए मामला सीबीआई तक पहुंचा, जिसके बाद सीबीआई ने खुद भी स्टिंग ऑपरेशन किया और अधिकारियों को रिश्वत लेते गिरफ्तार कर लिया।
सीबीआई ने इस कार्रवाई के लिए 20 अधिकारियों की तीन टीमें बनाईं। टीम-ए ने कारोबारी के साथ जीएसटी दफ्तर में घूस लेते हुए अधिकारियों को पकड़ने का काम किया। टीम-बी इलाके की निगरानी में थी, जबकि टीम-सी पूछताछ के लिए तैनात थी। घूस की रकम गाड़ी में रखते हुए इंस्पेक्टर मलिक को दौड़ाकर पकड़ा गया।
रिश्वत लेते पकड़े जाने के बाद, इलोंका मिंज कारोबारी से केस वापस लेने की मिन्नतें करने लगीं और पैसे लौटाने की पेशकश की। यह रायपुर में सीजीएसटी अधिकारियों की पहली गिरफ्तारी है, जबकि भोपाल जोन के अंतर्गत यह दो साल में 12वीं कार्रवाई है।