रायपुर में पिछले सात महीनों में करीब 25 घरों से सवा करोड़ रुपये की चोरी की वारदात सामने आई है। पुलिस ने इस मामले में 11 आरोपियों को गिरफ्तार किया है, जिनमें तीन चोर, तीन ज्वेलर्स और पांच अन्य लोग शामिल हैं जो चोरी के माल को खपाने में मदद करते थे। आरोपियों ने बिलासपुर और मुंगेली से एक शातिर गैंग का गठन किया था, जो बिना किसी रेकी के सीधे घरों में घुसते थे और गैंती से ताला तोड़कर चोरी करते थे।
पुलिस ने इस गैंग के खिलाफ कार्रवाई करने के लिए एक विशेष टीम का गठन किया, जो चोरी के मामलों में पैटर्न का विश्लेषण करने में माहिर थी। टीम ने मार्च 2024 से सितंबर 2024 तक रायपुर के विभिन्न इलाकों में हुई चोरी की घटनाओं की जांच की, जिसमें मुजगहन, विधानसभा, तिल्दा नेवरा और मंदिर हसौद जैसे क्षेत्र शामिल थे।
आरोपियों के पास से पुलिस ने दो गैंती और अन्य चोरी के सामान बरामद किए हैं। आरोपियों ने विभिन्न इलाकों में घरों के ताले गैंती से तोड़कर लाखों रुपये के गहने और नगद चुराए। पुलिस की छानबीन में यह भी सामने आया कि आरोपी रायपुर में किराए के घर में रहकर वारदातों को अंजाम देते थे। पुलिस ने आरोपियों के पास से 35 लाख रुपये के सोने-चांदी के गहने और अन्य सामान बरामद किए हैं।
इस मामले में ज्वेलर्स भी शामिल थे, जिन्होंने चोरी के गहनों को सस्ते दामों में खरीदा और फिर उन्हें गला दिया। पुलिस ने तीन ज्वेलर्स को भी गिरफ्तार किया है। अब तक कुल चोरी का माल करीब 1 करोड़ 20 लाख रुपये का है, जो अलग-अलग फाइनेंस कंपनियों में गिरवी रखा गया है। पुलिस अदालत के आदेश के बाद इस माल की रिकवरी प्रक्रिया शुरू करेगी।