छत्तीसगढ़ सरकार ने 27 प्रमुख औद्योगिक समूहों को कुल 32,225 करोड़ रुपये के निवेश के लिए इंटेंट टू इन्वेस्ट लेटर प्रदान किए। मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने इन समूहों को यह लेटर सौंपते हुए बताया कि इस निवेश से कोर सेक्टर के साथ ही आईटी, एआई, डाटा सेंटर और अन्य आधुनिक उद्योग स्थापित होंगे, जिससे प्रदेश में रोजगार के नए अवसर सृजित होंगे।
स्टेक होल्डर कनेक्ट वर्कशॉप में मुख्यमंत्री ने कहा कि छत्तीसगढ़ में उद्योगों के विकास की असीम संभावनाएं हैं। यहां मिनरल्स का विशाल भंडार, अनुकूल औद्योगिक वातावरण और सरल नीतियां हैं। उन्होंने नई औद्योगिक नीति का उल्लेख करते हुए कहा कि इसमें निवेशकों के लिए रेड कारपेट की सुविधा दी गई है, जिससे उद्योगों की स्थापना प्रक्रिया बेहद आसान हो गई है।
सिंगल विंडो सिस्टम से निवेश की प्रक्रिया को सरल बनाया गया है, जिससे राज्य में औद्योगिक विकास को गति मिलेगी। मुख्यमंत्री ने यह भी कहा कि विकसित भारत के निर्माण में छत्तीसगढ़ के उद्योगों का महत्वपूर्ण योगदान होगा। औद्योगिक निवेश को बढ़ावा देकर प्रदेश के लोगों को अधिक रोजगार के अवसर दिए जाएंगे।
उद्योग मंत्री लखन लाल देवांगन ने नई औद्योगिक नीति की सराहना करते हुए कहा कि इससे न केवल निवेश बढ़ेगा, बल्कि राज्य के लोगों को रोजगार भी मिलेगा। नीति आयोग के वरिष्ठ सलाहकार संजीत सिंह ने छत्तीसगढ़ को निवेशकों का पसंदीदा राज्य बताया।
निवेश के मुख्य क्षेत्र
राज्य में कोर सेक्टर के साथ-साथ आईटी, एआई, डाटा सेंटर, एथेनॉल, इलेक्ट्रॉनिक्स, इलेक्ट्रिकल और कम्प्रेस्ड बायो गैस जैसे उभरते क्षेत्रों में भी निवेश किया जाएगा।