धार, मध्य प्रदेश में आयोजित 8वीं एमएमए (मिक्स्ड मार्शल आर्ट्स) राष्ट्रीय चैंपियनशिप में छत्तीसगढ़ की टीम ने शानदार प्रदर्शन करते हुए 15 पदक जीते और उपविजेता का स्थान हासिल किया। इस चैंपियनशिप का आयोजन एमपी एमएमए एसोसिएशन द्वारा किया गया था। छत्तीसगढ़ की टीम ने 8 स्वर्ण, 2 रजत, और 5 कांस्य पदकों के साथ अपनी धाक जमाई।
इससे राज्य के खेल प्रेमियों में उत्साह का माहौल है, और यह सफलता छत्तीसगढ़ के खिलाड़ियों की मेहनत और खेल कौशल को दर्शाती है।
टीम की संरचना और प्रदर्शन
छत्तीसगढ़ की टीम में कुल 20 खिलाड़ी, 3 अधिकारी, और 1 टीम मैनेजर शामिल थे। इन सभी ने अपने-अपने प्रदर्शन से टीम को गौरवान्वित किया।
- स्वर्ण पदक: 8
- रजत पदक: 2
- कांस्य पदक: 5
हालांकि मध्य प्रदेश की टीम ने 9 स्वर्ण पदक जीतकर पहला स्थान हासिल किया, लेकिन छत्तीसगढ़ का प्रदर्शन भी किसी से कम नहीं रहा।
महत्वपूर्ण योगदानकर्ताओं की भूमिका
इस चैंपियनशिप में छत्तीसगढ़ की प्रतिष्ठा बढ़ाने में राज्य की प्रमुख खेल हस्तियों का बड़ा योगदान रहा।
- डॉ. दिव्या नितिन सिंह:
छत्तीसगढ़ एमएमए की महासचिव और एमएमए इंडिया नेशनल फेडरेशन की मेडिकल कमीशन चेयरमैन के रूप में उन्होंने टीम का नेतृत्व किया।- वह भारत की पहली और एकमात्र आईएमएमएएफ इंटरनेशनल सर्टिफाइड कटवुमन हैं।
- उनकी भूमिका ने टीम को शारीरिक और मानसिक रूप से मजबूत बनाए रखने में मदद की।
- सेंसई नितिन सिंह:
एमएमए इंडिया के संयुक्त सचिव और आईएमएमएएफ इंटरनेशनल सर्टिफाइड रेफरी और जज के रूप में उन्होंने टूर्नामेंट कोऑर्डिनेटर का कार्यभार संभाला। उनकी विशेषज्ञता ने आयोजन को सफल और व्यवस्थित बनाने में मदद की।
राष्ट्रीय स्तर पर छत्तीसगढ़ को मिला सम्मान
छत्तीसगढ़ की एमएमए टीम को तीसरे एमएमए इंडिया नेशनल अवार्ड्स में “सर्वश्रेष्ठ मेजबान का पुरस्कार” प्रदान किया गया।
- यह दूसरी बार है जब छत्तीसगढ़ को यह सम्मान मिला है।
- इसके अलावा, यह लगातार तीसरा वर्ष है जब छत्तीसगढ़ को राष्ट्रीय स्तर पर उत्कृष्ट प्रदर्शन के लिए पहचान मिली है।
टीम को मिली बधाई
छत्तीसगढ़ एमएमए एसोसिएशन के अध्यक्ष आलोक त्रिपाठी ने टीम को उनकी असाधारण उपलब्धियों के लिए बधाई दी। उन्होंने कहा कि टीम की मेहनत और समर्पण ने राज्य का नाम रौशन किया है।
सीजीएमएमए के अन्य बोर्ड सदस्यों ने भी टीम की प्रशंसा करते हुए उनके भविष्य के लिए शुभकामनाएं दीं।
एमएमए: छत्तीसगढ़ में खेलों का उभरता सितारा
एमएमए यानी मिक्स्ड मार्शल आर्ट्स धीरे-धीरे छत्तीसगढ़ में एक लोकप्रिय खेल बनता जा रहा है।
- खिलाड़ियों की मेहनत और राज्य सरकार के सहयोग ने इसे नई ऊंचाइयों तक पहुंचाया है।
- राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर छत्तीसगढ़ के खिलाड़ी लगातार सफलता प्राप्त कर रहे हैं, जो इस बात का प्रमाण है कि राज्य में खेल प्रतिभाओं की कोई कमी नहीं है।
छत्तीसगढ़ की खेल नीति और भविष्य की दिशा
छत्तीसगढ़ सरकार की खेल नीति ने खिलाड़ियों को बेहतर सुविधाएं और अवसर प्रदान किए हैं।
- खेल विभाग की मदद से राज्य के खिलाड़ी न केवल राष्ट्रीय बल्कि अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भी अपनी पहचान बना रहे हैं।
- इस चैंपियनशिप में मिली सफलता छत्तीसगढ़ में एमएमए को और अधिक बढ़ावा देगी।
छत्तीसगढ़ की खेल यात्रा जारी
यह उपलब्धि राज्य के खिलाड़ियों और खेल संघों के निरंतर प्रयास का नतीजा है। छत्तीसगढ़ एमएमए एसोसिएशन की टीम ने यह साबित कर दिया है कि सही मार्गदर्शन और मेहनत से बड़े से बड़े लक्ष्य को हासिल किया जा सकता है।