मुख्यमंत्री कन्या विवाह योजना के तहत सामूहिक विवाह समारोह का आयोजन
छत्तीसगढ़ सरकार की मुख्यमंत्री कन्या विवाह योजना के अंतर्गत 52 जोड़ों का विवाह कर्णेश्वर मंदिर परिसर, देऊरपारा सिहावा में संपन्न हुआ। यह विवाह पूर्णतः वैदिक रीति-रिवाजों और मंत्रोच्चारण के साथ संपन्न हुआ। कार्यक्रम में प्रशासनिक अधिकारियों, जनप्रतिनिधियों और ग्रामीणों की उपस्थिति में वर-वधुओं को आशीर्वाद और उपहार दिए गए।
यह योजना गरीब और वंचित परिवारों की बेटियों के लिए एक आर्थिक संबल साबित हो रही है, जो अपने बच्चों का विवाह कराने में सक्षम नहीं होते। इस योजना के तहत सरकार द्वारा विवाह का संपूर्ण खर्च उठाया जाता है और नवविवाहित जोड़ों को उपहार एवं आर्थिक सहायता भी दी जाती है।
कार्यक्रम का आयोजन और विवाह की प्रक्रिया
धमतरी जिले के नगरी विकासखंड में आयोजित इस सामूहिक विवाह समारोह में 52 जोड़े विवाह बंधन में बंधे। विवाह स्थल के रूप में महानदी के पवित्र उद्गम स्थल कर्णेश्वर मंदिर परिसर को चुना गया, जहां पंडितों ने वेद मंत्रों के उच्चारण के साथ विवाह संपन्न कराया।
मुख्य बिंदु:
✅ विवाह पूरे विधि-विधान और मंत्रोच्चार के साथ संपन्न हुआ।
✅ 52 गरीब और वंचित वर्ग की कन्याओं की शादी कराई गई।
✅ सरकार ने विवाह का पूरा खर्च उठाया और आर्थिक सहायता प्रदान की।
✅ विवाह स्थल महानदी के पवित्र उद्गम स्थल कर्णेश्वर धाम परिसर में रखा गया।
योजना गरीब परिवारों के लिए वरदान
इस योजना को सरकार की महत्वपूर्ण सामाजिक योजनाओं में से एक माना जाता है, जो उन गरीब परिवारों की सहायता करती है जो अपनी बेटियों की शादी के लिए आर्थिक रूप से सक्षम नहीं होते।
✅ जिला पंचायत धमतरी के अध्यक्ष अरुण सार्वा ने इस योजना की सराहना करते हुए कहा कि यह गरीब और जरूरतमंद परिवारों के लिए वरदान की तरह है।
✅ जनपद पंचायत नगरी के अध्यक्ष महेश गोटा ने बताया कि यह योजना सभी वर्गों की बेटियों के लिए मददगार साबित हो रही है, खासकर उन परिवारों के लिए जो आर्थिक तंगी के कारण अपनी बेटियों की शादी नहीं कर पाते।
✅ परियोजना अधिकारी सोमेंद्र साहू ने कहा कि सरकार ने इन 52 जोड़ों को चिन्हित कर सामूहिक विवाह का आयोजन किया और विवाह की सभी आवश्यक व्यवस्थाएँ की गईं।
सरकार द्वारा दी गई सहायता और उपहार
इस योजना के अंतर्गत नवविवाहित जोड़ों को सरकार की ओर से उपहार और आर्थिक सहायता प्रदान की गई।
वर-वधुओं को सरकार द्वारा 35,000 रुपये का चेक दिया गया।
इसके अलावा, शादी में आवश्यक वस्तुएं और अन्य उपहार भी प्रदान किए गए।
समारोह में उपस्थित अतिथियों ने नवविवाहित जोड़ों को आशीर्वाद दिया और उनके सुखद दांपत्य जीवन की कामना की।
समारोह में शामिल अतिथि और अधिकारी
इस विवाह समारोह में कई जनप्रतिनिधि, अधिकारी और सामाजिक कार्यकर्ता उपस्थित थे।
जनपद पंचायत उपाध्यक्ष हृदय साहू
जनपद सदस्य प्रेमलता नागवंशी, मौसमी मंडावी, राजेश गोसाई, प्रमोद कुंजाम
पार्षद चेलेश्वरी साहू, विनीता कोठारी सहित अन्य जनप्रतिनिधि
महिला एवं बाल विकास विभाग के अधिकारी एवं कर्मचारी
आंगनबाड़ी कार्यकर्ता और सहायिका
वर-वधुओं के परिवारजन और ग्रामीण समुदाय के लोग
मुख्यमंत्री कन्या विवाह योजना: गरीब बेटियों के लिए एक महत्वपूर्ण पहल
मुख्यमंत्री कन्या विवाह योजना उन गरीब परिवारों के लिए राहत लेकर आई है, जो अपनी बेटियों की शादी के लिए आर्थिक रूप से सक्षम नहीं हैं। इस योजना के तहत सरकार न केवल विवाह का खर्च उठाती है, बल्कि नवविवाहित जोड़ों को आर्थिक सहायता भी प्रदान करती है, जिससे वे अपने नए जीवन की अच्छी शुरुआत कर सकें।
✅ क्या है इस योजना का उद्देश्य?
➡️ गरीब और जरूरतमंद परिवारों की बेटियों की शादी में आर्थिक सहायता प्रदान करना।
➡️ दहेज प्रथा को रोकने और विवाह को सरल एवं सुलभ बनाना।
➡️ सामूहिक विवाह को बढ़ावा देकर सामाजिक एकता और समरसता को मजबूत करना।
✅ योजना का लाभ कौन उठा सकता है?
➡️ वे परिवार जो आर्थिक रूप से कमजोर हैं और अपनी बेटियों की शादी कराने में असमर्थ हैं।
➡️ जिनकी वार्षिक आय एक निश्चित सीमा से कम है।
➡️ लाभार्थी को छत्तीसगढ़ राज्य का स्थायी निवासी होना आवश्यक है।
✅ योजना के तहत क्या-क्या सहायता मिलती है?
➡️ सामूहिक विवाह समारोह का आयोजन।
➡️ प्रत्येक नवविवाहित जोड़े को 35,000 रुपये की आर्थिक सहायता।
➡️ विवाह के लिए आवश्यक वस्तुएं और अन्य उपहार।
निष्कर्ष
छत्तीसगढ़ सरकार की मुख्यमंत्री कन्या विवाह योजना गरीब और वंचित परिवारों के लिए एक बड़ी राहत साबित हो रही है। इस योजना के तहत न केवल बेटियों का विवाह कराया जा रहा है, बल्कि उन्हें आर्थिक मदद भी दी जा रही है, जिससे वे अपना नया जीवन अच्छे से शुरू कर सकें। इस योजना से दहेज प्रथा पर भी रोक लगेगी और समाज में एक नई सोच विकसित होगी।
आने वाले समय में इस योजना को और अधिक व्यापक और सुलभ बनाने की जरूरत है, ताकि हर जरूरतमंद परिवार तक इसका लाभ पहुंच सके। सरकार की यह पहल निश्चित रूप से समाज को सशक्त और खुशहाल बनाने में सहायक साबित होगी।