रायपुर। रायपुर जिले में वित्तीय वर्ष 2024-25 का करीब 5580 क्विंटल धान 45 समितियों से गायब हो गया है। समितियों के किए गए भौतिक सत्यापन के बाद यह गड़बड़ी सामने आई है, जिसके बाद अब खाद्य विभाग ने गायब धान के बदले समितियों से राशि की रिकवरी करने के लिए नोटिस जारी किया है। इन नोटिस के बाद भी अगर समितियों ने गायब धान के बदले राशि जमा करने की पहल शुरू कर दिए हैं, लेकिन कई समिति प्रबंधक गायब धान को सूखत बताते हुए राशि देने से इनकार भी कर रहे हैं। इसे देखते हुए विभाग अब ऐसी समितियों के खिलाफ एफआईआर कराने की तैयारी में है।
इन समितियों से इतना धान गायब
समिति धान (क्विंटल में
गुमा | 560 | धरसींवा | 149.60 | सुंदरकेरा | 26.80 |
नगपुरा | 480 | पलौद | 142 | उरला | 23.20 |
तामासिवनी | 419.20 | बेल्दारसिवनी | 118 | दोंदेकला | 10.80 |
पोंड | 318.80 | तिल्दा | 116 | नगरगांव | 10 |
फरहदा-खरोरा | 300.40 | टोहडा | 110 | बेंद्री | 07.60 |
मुनरेठी | 280 | मोखला | 96 | खौना | 02 |
खरोरा | 243.60 | असौंदा | 86.80 | केंद्री | 0.80 |
सरोरा | 229.20 | बंगोली | 86.80 | सारागांव | 0.80 |
कोसरंगी | 226.40 | दतरेंगा | 71.20 | अमोदी | 0.40 |
बुडेरा | 217.20 | जरौद | 68.80 | कठिया-नवापारा | 0.40 |
बेल्दासिवर्न | 202.40 | धरमपुरा | 68.40 | टेकारी मंदिर हसौद | 0.40 |
कनकी | 193.60 | बुढेनी | 63.60 | नगपुरा | 0.40 |
खोरसी | 188.40 | लखौली | 52.80 | नवापारा | 0.40 |
गोइंदा | 183.20 | छड़िया | 30 | नारा | 0.40 |
नरदहा | 163.60 | सोंडरा | 29.60 | सकरी अभनपुर | 0.40 |
रिकवरी का पूरा प्रयास नहीं तो एफआईआर
रायपुर के खाद्य नियंत्रक भूपेंद्र मिश्रा ने बताया कि, नोटिस के बाद कई समितियों ने गायब धान या बदले में राशि जमा कराई है, लेकिन अभी भी 5580 क्विंटल धान की रिकवरी किया जाना शेष है। बचे धान की रिकवरी का पूरा प्रयास किया जा रहा है। कई समितियां सूखत बताकर लौटा नहीं रही हैं। नहीं लौटाने पर एफआईआर कराएंगे।
16500 क्विंटल हुआ था गायब 10920 क्विंटल कराया जमा
खरीफ विपणन वर्ष 2024-25 में रायपुर जिले में कुल 139 समितियों ने किसानों से समर्थन मूल्य पर 6997417.20 क्विंटल धान खरीदा था। इसके एवज में 45 समितियों से 16500 क्विंटल धान गायब मिला था, जिसका खुलासा खाद्य विभाग द्वारा किए गए भौतिक सत्यापन में हुआ। इस तरह प्रति क्विंटल 31 सौ रुपए के हिसाब से 5 करोड़ रुपए से अधिक कीमत का धान इन समितियों से गायब हुआ। विभागीय अधिकारी का कहना है कि भौतिक सत्यापन की रिपोर्ट प्रशासन को सौंपी गई, जिस पर कलेक्टर ने इस मामले में संबंधित समितियों से गायब धान के बदले राशि रिकवरी करने और नहीं देने पर गाइड लाइन के तहत कानूनी कार्रवाई करने के निर्देश दिए हैं। इस निर्देश के परिपालन में विभाग ने इन समितियों को नोटिस जारी किया था। इस नोटिस के विरुद्ध कई समितियों ने धान और बहुतों ने धान के बदले राशि भी लौटाई। इस तरह समितियों ने 10920 क्विंटल की भरपाई कर दी है, लेकिन अभी भी 5580 क्विंटल धान की रिकवरी किया जाना बाकी है।