“छत्तीसगढ़ में उद्योग स्थापना को लेकर श्रीलंका के ललन ग्रुप की मुख्यमंत्री से मुलाक़ात”

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मुंबई में एक महत्वपूर्ण औद्योगिक बैठक हुई, जहां श्रीलंका के एक बड़े और बहुक्षेत्रीय औद्योगिक समूह ललन ग्रुप के प्रतिनिधि श्री दिलीप पारिक ने छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री श्री विष्णुदेव साय से औपचारिक मुलाक़ात की। यह बैठक केवल एक शिष्टाचार मुलाक़ात नहीं थी, बल्कि भविष्य की आर्थिक संभावनाओं और उद्योगों के विस्तार के नजरिए से काफी अहम रही।


कौन है ललन ग्रुप?

ललन ग्रुप, श्रीलंका के सबसे बड़े और प्रतिष्ठित औद्योगिक समूहों में से एक है। यह समूह कई अलग-अलग क्षेत्रों में काम करता है, जिनमें शामिल हैं:

  • चाय और रबर के बागान

  • रबर उत्पादों का निर्माण

  • कंस्ट्रक्शन यानी निर्माण कार्य

  • लॉजिस्टिक्स यानी माल-आवागमन से जुड़ी सेवाएं

  • पैकेजिंग इंजीनियरिंग

  • होटल और अतिथि सेवा क्षेत्र

श्री दिलीप पारिक ने मुख्यमंत्री से बातचीत में बताया कि उनका समूह बहु-क्षेत्रीय कामों में माहिर है और वे ऐसे राज्यों की तलाश में हैं जहां उन्हें संसाधन आसानी से मिलें, सरकार की नीति अनुकूल हो, और निवेश के लिए अच्छा माहौल हो।


क्यों छत्तीसगढ़ बना निवेश के लिए आकर्षक राज्य?

मुख्यमंत्री श्री विष्णुदेव साय से हुई चर्चा में, श्री पारिक ने स्पष्ट किया कि छत्तीसगढ़ की नई औद्योगिक नीति उन्हें काफी प्रभावशाली लगी है। उन्होंने विशेष रूप से निम्नलिखित बिंदुओं की सराहना की:

  • ✅ 24 घंटे की पाली (शिफ्ट) की व्यवस्था: यानी अब फैक्ट्रियां चौबीसों घंटे काम कर सकती हैं, जिससे उत्पादन बढ़ता है और श्रमिकों को ज्यादा रोजगार मिलता है।

  • ✅ ऑनलाइन क्लियरेंस प्रणाली: यानी निवेशकों को अब सरकारी कागजी प्रक्रिया में समय नहीं गंवाना पड़ता। सभी मंजूरी काम ऑनलाइन ही हो सकते हैं।

  • ✅ समयबद्ध सेवाएं: इसका मतलब यह है कि सरकार निवेशकों को हर सुविधा एक निश्चित समयसीमा के भीतर उपलब्ध करा रही है।

इन सुविधाओं से यह साफ है कि छत्तीसगढ़ सरकार निवेशकों को हरसंभव सुविधा देने का प्रयास कर रही है, जिससे राज्य में नए उद्योग लगें और लोगों को रोज़गार मिले।


टेक्सटाइल (कपड़ा) सेक्टर में निवेश की योजना:

श्री दिलीप पारिक ने खासतौर पर धागा और कपड़ा निर्माण के क्षेत्र में रुचि दिखाई। उन्होंने बताया कि ललन ग्रुप छत्तीसगढ़ में टेक्सटाइल यूनिट (कपड़ा उद्योग) शुरू करना चाहता है। इस उद्योग से बड़ी संख्या में लोगों को रोजगार मिलेगा, खासकर महिलाओं को।

छत्तीसगढ़ में पहले से ही रेशम और सूती उत्पादन होता है, ऐसे में यदि एक बड़ा अंतरराष्ट्रीय समूह यहां निवेश करता है, तो इससे स्थानीय उत्पादन को अंतरराष्ट्रीय बाजार मिल सकता है।


मुख्यमंत्री का स्वागत और समर्थन का आश्वासन:

मुख्यमंत्री श्री विष्णुदेव साय ने ललन ग्रुप की पहल का गर्मजोशी से स्वागत किया। उन्होंने कहा कि:

“छत्तीसगढ़ निवेश के लिए पूरी तरह तैयार है। हम ललन ग्रुप जैसे बड़े निवेशकों को राज्य में हर संभव सहायता देंगे।”

श्री साय ने यह भी बताया कि उनकी सरकार की प्राथमिकता है कि राज्य में ऐसे उद्योग लगें जो स्थानीय लोगों को रोज़गार दें, राज्य की आर्थिक वृद्धि को गति दें और छत्तीसगढ़ को देश में एक औद्योगिक हब के रूप में स्थापित करें।


मुलाकात के असर और भविष्य की संभावनाएं:

यह मुलाक़ात केवल एक व्यापारिक प्रस्ताव की शुरुआत भर है। आने वाले समय में यदि ललन ग्रुप छत्तीसगढ़ में निवेश करता है तो:

  • राज्य को सीधा विदेशी निवेश (FDI) मिलेगा।

  • कपड़ा उद्योग में नई तकनीकें आएंगी।

  • स्थानीय युवाओं को रोजगार के नए अवसर मिलेंगे।

  • महिलाओं को विशेष रूप से रोजगार का लाभ मिलेगा क्योंकि टेक्सटाइल इंडस्ट्री महिलाओं के लिए उपयुक्त होती है।

  • छत्तीसगढ़ के उत्पादों को अंतरराष्ट्रीय बाजार में जगह मिलेगी।


मुख्य बिंदु (Highlight Points):

  • श्रीलंका के ललन ग्रुप के प्रतिनिधि की छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री से मुलाकात।

  • धागा और कपड़ा उद्योग लगाने की इच्छा जताई गई।

  • छत्तीसगढ़ की नई औद्योगिक नीति की तारीफ – 24 घंटे की शिफ्ट, ऑनलाइन मंजूरी, समयबद्ध सेवाएं।

  • मुख्यमंत्री ने हरसंभव सहयोग देने का आश्वासन दिया।

  • टेक्सटाइल सेक्टर में निवेश से रोजगार के नए अवसर मिलेंगे।

  • विदेशी निवेशकों के लिए छत्तीसगढ़ एक आकर्षक गंतव्य बन रहा है।

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