कोरबा जिले के कुरुडीह गांव में सोमवार की शाम बिजली गिरने से 3 बच्चे चपेट में आ गए। मनीष कश्यप (14) और लोकेश कुमार (13) गंभीर रूप से झुलस गए हैं। दोनों को जिला मेडिकल कॉलेज में भर्ती कराया गया है। तीनों गांव के ही तालाब के पास मौजूद थे। इसी दौरान मौसम बिगड़ा और गरज चमक के साथ बिजली गिरने से चपेट में आकर बेहोश हो गए। थोड़ी देर बाद एक लड़के को होश आया और उसने घर पहुंचकर परिजनों को घटना की जानकारी दी। सूचना मिलते ही 112 की मदद से घायलों को जिला मेडिकल कॉलेज में भर्ती कराया गया है, जहां दो की हालत गंभीर बनी हुई है। बता दें कि मौसम विभाग ने रायपुर-दुर्ग, बिलासपुर समेत 31 जिलों में 3 दिन आंधी-बारिश का अलर्ट जारी किया है।
40-60 किमी की रफ्तार से चलेगी हवा
रायपुर में सुबह से बादल छाए हैं। दोपहर के बाद प्रदेश के कुछ हिस्सों में 40-60 किमी की रफ्तार से हवा चल सकती है। कहीं-कहीं बिजली गिरने की भी आशंका है। 15 मई तक ऐसी ही स्थिति रहेगी। उसके बाद तापमान 2-3 डिग्री तक बढ़ेगा। 42 डिग्री के साथ सोमवार को दुर्ग सबसे गर्म रहा।
मौसम विज्ञान केंद्र रायपुर के मुताबिक, वेस्टर्न डिस्टरबेंस (पश्चिमी विक्षोभ) के साथ दक्षिण-पश्चिम उत्तरप्रदेश से लेकर तमिलनाडु तक एक ट्रफ लाइन बनी हुई है। बारिश के इन दोनों स्ट्रॉन्ग सिस्टम के एक्टिव होने से छत्तीसगढ़ में आंधी-बारिश की स्थिति बन रही है।
रायपुर में 41.3 डिग्री टेम्प्रेचर , दुर्ग सबसे गर्म
12 मई को दुर्ग में टेम्प्रेचर 42.0 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया, जो राज्य में दिन का सबसे गर्म स्थान रहा। बिलासपुर में 41.6°C, बलौदाबाजार में 40.1°C, और रायपुर में 41.3°C तापमान दर्ज किया गया, जो सामान्य से अधिक था।
कोरबा, रायगढ़, दंतेवाड़ा और कोरिया समेत कुछ जिलों में तापमान में हल्की गिरावट देखी गई, लेकिन सरगुजा और सूरजपुर में तापमान में 1.5°C ज्यादा रहा।
क्या होता है पश्चिमी विक्षोभ?
पश्चिमी विक्षोभ कैस्पियन या भूमध्य सागर से बनने वाले तूफान होते हैं। ये भारत के उत्तर-पश्चिमी क्षेत्रों में बारिश और ठंड लाने का काम करते हैं। असल में ये हवाएं बर्फीली होती हैं, जो अपने साथ नमी लेकर आती हैं।
पश्चिमी विक्षोभ भूमध्यसागर से निकलती हैं। इसके बाद ये ईरान, इराक, अफगानिस्तान और पाकिस्तान से होते हुए सीधा भारत पहुंचती हैं। यहां पहुंचते ही यह मैदानी इलाकों में अपना असर दिखाने लगती हैं।
मई में अंधड़-बारिश, यह पुराना ट्रेंड
मई में हो रही बारिश कोई नई बात नहीं है। आमतौर पर मई में तेज बारिश और अंधड़ की स्थिति बनती ही है। कई बार मई की शुरुआत में कुछ सिस्टम बनने के कारण प्रदेश में बारिश और तेज अंधड़ के एक-दो स्पैल आते हैं। इससे मई के पूरे महीने में अच्छी बारिश हो जाती है।
वैसे पिछले एक दशक में रायपुर में मई के महीने में सबसे ज्यादा बारिश 2021 में 93.2 मिमी रिकॉर्ड की गई थी। उस दौरान 24 घंटे में 57 मिमी बारिश 10 मई 2021 को दर्ज की गई थी।
मई में सिस्टम बनने पर समुद्र से आने वाली हवा तेजी के साथ आगे बढ़ती हैं। इससे अंधड़ की स्थिति बनती है। 25 मई के बाद इस तरह की स्थितियां ज्यादा रहती हैं, उसी से मौसम में बदलाव की शुरुआत होती है।