धुर नक्सल प्रभावित कुर्रेगु्ट्टा की पहाडि़यों में जहां बीते सप्ताह सुरक्षाबलों ने अब तक का सबसे लंबे समय तक चलने वाला सर्चिंग अभियान सफलतापूर्वक चलाया था। उसी जगह के नजदीक गांव गलगम में मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने गुरुवार को अपनी चौपाल सजाई। जिले के उसूर तहसील के अंदरूनी गांव गलगम पहुंचकर मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने सीआरपीएफ के जवानों से मुलाकात उनको बधाई दी। इसके अलावा ग्रामीणों से मुलाकात कर हालिया नक्सल विरोधी अभियान की सफलता पर चर्चा की।
नक्सल प्रभावित इस क्षेत्र में सुरक्षा व्यवस्था बनाने सबसे पहला कैम्प मूलेर में खोला गया था। आज मूलेर समेत आसपास के गांव में राशन की सुविधा, बिजली, स्वास्थ्य, स्कूल, मोबाइल टॉवर जैसी सुविधाएं इसी कैंप के सुरक्षा की छत्रछाया में मिलने लगी हैं। इस अवसर पर मुख्य सचिव अमिताभ जैन, मुख्यमंत्री के प्रमुख सचिव सुबोध कुमार सिंह, बस्तर रेंज आईजी सुंदरराज पी., डीआईजी कमलोचन कश्यप, कलेक्टर संबित मिश्रा, पुलिस अधीक्षक डॉ. जितेन्द्र यादव सहित अनेक वरिष्ठ अधिकारी और सुरक्षा बलों के जवान उपस्थित थे।
ग्रामीण हितग्राहियों से भी सीएम ने मुलाकात की और उन्हें राशन कार्ड, आयुष्मान कार्ड का वितरण करते हुए पीएम आवास योजनांतर्गत स्पेशल प्रोजेक्ट नक्सल पीड़ित व आत्मसमर्पित परिवारों को स्वीकृति पत्र प्रदान किया। उन्होंने ग्रामीणों को आश्वासन दिया कि सरकार क्षेत्र में विकास कार्यों को और अधिक तेज गति से करेगी साथ ही शिक्षा, स्वास्थ्य व रोजगार के अवसरों को बढ़ावा देगी। इस मौके पर पुलिस महानिदेशक अरुण देव गौतम ने जवानों द्वारा किए जा रहे सिविक एक्शन को सराहा।