“205 ग्राम पंचायतों में किया गया कचरा कलेक्शन”
दुर्ग : स्वच्छ भारत मिशन के तहत शहरों की तरह अब गांवों में घर-घर कचरा कलेक्शन की दिशा में कार्य किया जा रहा है। अब तक 205 गांवों में घर-घर कचरा कलेक्शन किया गया है। इस माह के अंत तक शेष 66 गांवों में भी यह सुविधा लागू करने का लक्ष्य, के साथ काम किया जा रहा है।
ग्राम पंचायतों को खुले में शौचमुक्त के पश्चात् ओडीएफ प्लस की अवधारणा को क्रियान्वयन करने हेतु प्रत्येक गांव में ठोस एवं तरल अपशिष्ट प्रबंधन के सभी आयामों पर कार्य करते हुए स्वच्छ एवं सुन्दर बनाए जाने की कार्यवाही की जा रही है।
ग्राम पंचायतों में जहाँ एक तरफ गंदे पानी के सुरक्षित निपटान हेतु ग्रे एवं ब्लेक वाटर मैनेजमेंट का कार्य किया जा रहा है, वहीं दूसरी ओर ठोस अपशिष्ट प्रबंधन हेतु जैविक-अजैविक कचरे के सुरक्षित निपटान हेतु विभिन्न संरचनाओं का निर्माण किया गया है।
ग्राम को स्वच्छ रखने हेतु ग्रामीणों को जागरूक करने के लिये जागरूकता अभियान चलाकर गीले एवं सूखे कचरे का पृथक-पृथक निपटान करने की जानकारी दी जा रही है। जिसमें जैविक कचरे को नॉडेप एवं वर्मी कम्पोस्ट के माध्यम से खाद बनाया जा रहा है, वहीं दूसरी ओर अजैविक कचरे के सुरक्षित निपटान हेतु महिला समूह के माध्यम से प्रत्येक गांव में घर-घर कचरा एकत्र कर सेग्रीगेशन वर्कशेड में पृथकीकरण का कार्य किया जा रहा है, जिसमें प्लास्टिक, रबर, कांच एवं धातु के अपशिष्ट को पृथक कर पुनः चक्रण हेतु कबाड़ी को बेचकर आय अर्जित की जा रही है। स्वच्छताग्राहियों को मानदेय प्रदान करने हेतु 35 ग्राम पंचायतों द्वारा स्वच्छता कर भी लिया जा रहा है। स्वच्छताग्राहियों के माध्यम से गांव में स्वच्छता बनाए रखने हेतु निरंतर जागरूकता कार्य किया जा रहा है।
जिला प्रशासन के मार्गदर्शन में शहरों की भांति गांव-गांव में घर-घर कचरा एकत्रीकरण का कार्य स्वच्छ भारत मिशन (ग्रामीण) अंतर्गत किया जा रहा है। वर्तमान में जिले की समस्त 381 ग्रामों मंे घर-घर कचरा एकत्रीकरण करने हेतु सेग्रीगेशन वर्कशेड निर्माण करने की स्वीकृति दी जा चुकी है, 315 गांव में सेग्रीगेशन वर्कशेड का निर्माण कार्य पूर्ण किया जा चुका है। 66 ग्रामों में माह दिसम्बर, 2023 के भीतर कार्य पूर्ण कर लिया जायेगा। स्वच्छ भारत मिशन (ग्रामीण) के मद से प्रत्येक गांव में न्यूनतम 02 गारबेज ट्रायसायकल की सुविधा ग्राम पंचायत द्वारा स्वच्छताग्राहियों को प्रदान की गई है। 205 ग्राम पंचायतों में घर-घर कचरा एकत्रीकरण का कार्य स्वच्छताग्राही स्व-सहायता समूहों के माध्यम किया जा चुका है।