मुख्य बिंदु हाइलाइट्स:
-
मुख्यमंत्री ने मंत्रालय में आवास एवं पर्यावरण विभाग की समीक्षा बैठक ली
-
नवा रायपुर के विकास को बताया सरकार की पहली प्राथमिकता
-
रेल कनेक्टिविटी और लॉजिस्टिक हब पर विशेष ज़ोर
-
कामकाजी महिलाओं के लिए हॉस्टल, नया थाना और अस्पताल के निर्माण की योजना
-
ऑक्सीजोन के तहत बड़े पैमाने पर पौधारोपण कार्यों की जानकारी ली
-
आयोग-बोर्ड-निगमों के लिए नया बिडिंग कॉम्पलेक्स बनाने की योजना
विस्तृत खबर:
रायपुर, 6 जुलाई 2025 —
छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय ने नवा रायपुर के सुनियोजित और आधुनिक विकास को लेकर आज मंत्रालय (महानदी भवन) में आवास एवं पर्यावरण विभाग की विस्तृत समीक्षा बैठक ली। इस दौरान उन्होंने नवा रायपुर विकास प्राधिकरण (NRDA) के अंतर्गत चल रहे निर्माण कार्यों और योजनाओं की गहराई से जानकारी ली और अधिकारियों को स्पष्ट दिशा-निर्देश दिए।
बैठक में वित्त और आवास मंत्री श्री ओ.पी. चौधरी, मुख्य सचिव श्री अमिताभ जैन, मुख्यमंत्री के प्रमुख सचिव श्री सुबोध कुमार सिंह, सचिव श्री राहुल भगत, आवास एवं पर्यावरण विभाग के सचिव श्री अंकित आनंद, एनआरडीए के सीईओ श्री चंदन कुमार, छत्तीसगढ़ गृह निर्माण मंडल के आयुक्त श्री अवनीश शरण, और रायपुर विकास प्राधिकरण के सीईओ श्री आकाश छिकारा समेत कई वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित रहे।
मुख्यमंत्री श्री साय ने स्पष्ट किया कि नवा रायपुर का सुव्यवस्थित और दीर्घकालिक विकास सरकार की शीर्ष प्राथमिकताओं में है। उन्होंने कहा कि यह क्षेत्र न केवल देश की सबसे आधुनिक राजधानी बनने की ओर अग्रसर है, बल्कि आईआईएम, ट्रिपल आईटी, नेशनल लॉ यूनिवर्सिटी जैसे उच्च शिक्षण संस्थानों का गढ़ भी बन चुका है।
रेल कनेक्टिविटी को मिलेगा विस्तार
मुख्यमंत्री ने नवा रायपुर की परिवहन व्यवस्था को और अधिक मजबूत बनाने की दिशा में भारत सरकार की परमालकसा-खरसिया नई रेल लाइन को नवा रायपुर से जोड़ने का प्रस्ताव रखा। उन्होंने कहा कि इससे राजधानी क्षेत्र में रेल सुविधाएं बेहतर होंगी और आम नागरिकों को सीधा लाभ मिलेगा।
लॉजिस्टिक हब और एक्सप्रेसवे से होगा व्यापारिक विस्तार
बैठक में भारतमाला परियोजना के तहत विशाखापट्टनम को जोड़ने वाले एक्सप्रेस-वे के 95% निर्माण कार्य पूर्ण होने की जानकारी दी गई। इस सड़क परियोजना के पूरा होने से रायपुर से विशाखापट्टनम की दूरी करीब 100 किलोमीटर कम हो जाएगी। मुख्यमंत्री ने इस अवसर का लाभ उठाते हुए नवा रायपुर में लॉजिस्टिक हब स्थापित करने की बात कही जिससे आयात-निर्यात को बढ़ावा मिलेगा।
औद्योगिक निवेश और रोजगार पर जोर
श्री साय ने कहा कि राज्य की नई औद्योगिक नीति से देशभर के निवेशकों का ध्यान छत्तीसगढ़ की ओर आकर्षित हो रहा है। इसका सीधा फायदा प्रदेश के युवाओं को रोजगार के रूप में मिलेगा। उन्होंने यह भी जोड़ा कि नवा रायपुर भविष्य में व्यावसायिक और प्रशासनिक गतिविधियों का प्रमुख केंद्र बनेगा।
ऑक्सीजोन और हरियाली की पहल
मुख्यमंत्री ने नवा रायपुर क्षेत्र में ऑक्सीजोन के अंतर्गत बड़े पैमाने पर पौधारोपण के कार्यों की भी समीक्षा की। इसमें पीपल, बरगद, नीम, करंज, अमलतास, गुलमोहर और अशोक जैसे पौधों को रोपने और उनके विकास की जानकारी अधिकारियों से ली गई।
नई सुविधाओं की श्रृंखला होगी तैयार
बैठक में यह जानकारी भी दी गई कि नवा रायपुर क्षेत्र में कामकाजी महिलाओं के लिए वर्किंग वूमन हॉस्टल, 100 बिस्तरों का अस्पताल, और एक नया थाना स्थापित किया जाएगा। साथ ही विभिन्न आयोगों, बोर्डों और निगमों के लिए नया बिडिंग कॉम्प्लेक्स भी तैयार किया जाएगा।
भू-खण्डों के बेहतर उपयोग पर निर्देश
मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को निर्देश दिए कि नवा रायपुर क्षेत्र में जिन भूखंडों का आबंटन हुआ है, उनका समुचित और जनोपयोगी निर्माण कार्यों में उपयोग सुनिश्चित किया जाए। अनावश्यक रूप से खाली भूखंडों को सरकार के दीर्घकालिक विकास के लिए प्रयुक्त किया जाए।
विभागों की समीक्षा
मुख्यमंत्री ने आवास एवं पर्यावरण विभाग के अंतर्गत आने वाले सभी प्रमुख संस्थानों जैसे कि
-
छत्तीसगढ़ पर्यावरण संरक्षण मंडल
-
छत्तीसगढ़ गृह निर्माण मंडल
-
नगर तथा ग्राम निवेश
-
रेरा (छत्तीसगढ़ भू-सम्पदा नियामक प्राधिकरण)
-
रायपुर विकास प्राधिकरण
के कार्यों की समीक्षा की और आवश्यक दिशा-निर्देश दिए।
निष्कर्ष:
मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय की यह बैठक नवा रायपुर को भविष्य के लिए पूर्ण रूप से तैयार, सुविधाजनक, और पर्यावरण-संवेदनशील राजधानी के रूप में विकसित करने के संकल्प को दर्शाती है। सरकार की योजनाएं साफ हैं — एक ऐसा नवा रायपुर बनाना जो आने वाले वर्षों में देशभर के लिए मॉडल शहर के रूप में उभरे।