शिक्षक ने जन्मदिन को बनाया यादगार, समुदाय की भागीदारी से बंटी मिठास – बच्चों ने पाई खुशियाँ
बेमेतरा।
छत्तीसगढ़ के बेमेतरा जिले के शासकीय पूर्व माध्यमिक शाला, केशतरा में शनिवार का दिन बच्चों के लिए बेहद खास और यादगार बन गया। मौका था स्कूल के दो शिक्षकों – प्रदीप कुमार ठाकुर और गीतेश कुमार देवांगन – के जन्मदिन का, जिसे उन्होंने बच्चों के साथ ‘नेवता भोज’ आयोजित कर मनाया।
खीर, पूड़ी, सब्जी और मिठाई: बच्चों के लिए उत्सव जैसा दिन
इस विशेष मौके पर स्कूल प्रांगण में स्वादिष्ट भोजन का आयोजन किया गया जिसमें खीर, पूड़ी, दाल, चावल, सब्जी, पापड़ और मिठाई परोसी गई। बच्चों ने शिक्षकों के साथ बैठकर भोजन किया और पूरे माहौल में उत्सव जैसा उल्लास देखने को मिला। बच्चे इस अनोखे जन्मदिन भोज से बेहद खुश नजर आए।
“इस तरह के आयोजन से बच्चों में उत्साह, अपनापन और समाज से जुड़ाव का भाव आता है,”
– विकासखंड शिक्षा अधिकारी श्री नीलेश चंद्रवंशी
शिक्षकों ने दी नेक पहल को प्रेरणा की दिशा
शिक्षकों ने यह पहल यह सोचकर की कि समाज और स्कूल के बीच की दूरी को कम किया जाए और छात्रों में समरसता, सहयोग और आत्मीयता का वातावरण विकसित हो। यह एक उदाहरण है कि कैसे शिक्षक अपनी व्यक्तिगत खुशियों को समाज के भविष्य – बच्चों – के साथ बाँटकर उन्हें प्रेरित कर सकते हैं।
“नेवता भोज जैसे आयोजन, पोषण और मानसिक खुशी के साथ-साथ छात्रों में सामाजिक समावेश की भावना भी जागृत करते हैं।”
सामूहिक प्रयास से सफल हुआ आयोजन
इस आयोजन को सफल बनाने में प्रधान पाठक पवन कुमार साहू, प्रदीप ठाकुर, गीतेश देवांगन, ओंकार प्रसाद डडसेना, गणेश्वर ठाकुर, रोशन महिलांगे, प्राचार्य नेमेश्वरी साहू, गौतम साहू, सीमा चक्रधारी, सफाईकर्मी पवन ठाकुर, रसोइया दुलेश्वरी साहू, चम्पा साहू, और चितरेखा चक्रधारी का विशेष सहयोग रहा।
सम्मानजनक उपस्थिति: जनप्रतिनिधि और प्रशासन भी हुए शामिल
इस आयोजन में कई गणमान्य व्यक्ति भी शामिल हुए, जिनमें शामिल थे:
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भाजपा मंडल अध्यक्ष बुलाक साहू
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विकासखंड शिक्षा अधिकारी नीलेश चंद्रवंशी
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बीआरसी साजा भेखदास बघेल
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सरपंच दिलेश्वर पिंटू साहू
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हाई स्कूल अध्यक्ष संतोष साहू
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विधायक प्रतिनिधि रोहित साहू
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नागरिक चंद्रभान तिवारी
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विकास समिति अध्यक्ष साधना यादव
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प्राथमिक शाला विकास समिति अध्यक्ष नेमा निषाद
रानो स्कूल में नवप्रवेशी बच्चों को मिले जूते-मोजे, महिला मंडल की सौगात
वहीं दूसरी ओर, शासकीय पूर्व माध्यमिक शाला, रानो में भी मानवता और सहयोग की मिसाल देखने को मिली। नवकार महिला मंडल परपोड़ी ने नवप्रवेशी बच्चों को जूते और मोजे भेंट किए। यह उपहार बच्चों के चेहरे पर मुस्कान लाने के साथ-साथ उनके आत्मसम्मान और उपस्थिति में भी वृद्धि करेगा।
“बच्चों को जब सम्मान और सुविधा दोनों मिलती हैं, तो वे पढ़ाई में और बेहतर कर पाते हैं,”
– नवाचारी शिक्षिका प्रतीक जैन
शाला परिवार ने जताया आभार
शाला परिवार ने महिला मंडल के इस योगदान की सराहना करते हुए कहा कि इस तरह के सहयोग से बच्चों का भविष्य संवरता है और समुदाय में शिक्षा के प्रति विश्वास बढ़ता है।
इस मौके पर शाला समिति अध्यक्ष मंशाराम साहू, प्रधान पाठक किशुन साहू, संस्था के सभी सदस्य और विद्यार्थी मौजूद रहे।
समाज और शिक्षा का मेल: सीख और प्रेरणा
केशतरा और रानो की इन घटनाओं ने एक बार फिर यह साबित कर दिया कि जब समाज और स्कूल मिलकर बच्चों के भविष्य के लिए साथ आते हैं, तो शिक्षा केवल किताबों तक सीमित नहीं रहती, वह संस्कार बन जाती है।