आबकारी विभाग की बड़ी कार्रवाई, अवैध शराब तस्करी पर कसा शिकंजा
रायपुर।
छत्तीसगढ़ के रायपुर जिले के अभनपुर थाना क्षेत्र में नकली देशी शराब के बड़े जखीरे का भंडाफोड़ हुआ है। आबकारी विभाग की टीम ने ग्राम चंडी में छापा मारते हुए एक कार से नकली होलोग्राम और फर्जी ‘शोले’ ब्रांड के स्टीकर लगी 144 पाव देशी शराब बरामद की है। इस मामले में आरोपी मणिराम टंडन को मौके पर ही गिरफ्तार किया गया है।
सीधे कार से हो रही थी अवैध शराब की तस्करी
यह कार्रवाई 11 जुलाई 2025 को आबकारी आयुक्त सह प्रबंध संचालक (CSMCL) श्री श्याम धावडे, कलेक्टर रायपुर गौरव सिंह एवं प्रभारी उपायुक्त आबकारी राजेश शर्मा के निर्देश पर की गई। आरोपी मणिराम टंडन ग्रैंड i10 कार (क्रमांक CG04MZ5272) में भारी मात्रा में नकली देशी शराब ले जाते समय रंगे हाथ पकड़ा गया।
जब्त शराब और अनुमानित मूल्य
कार में कुल 3 पेटियों में 144 पाव नकली देशी मदिरा (देशी मसाला) मिली है, जिसमें 25.92 बल्क लीटर शराब थी। जब्त शराब पर नकली होलोग्राम और फर्जी “शोले” ब्रांड स्टीकर लगे थे। इस नकली शराब की अनुमानित बाज़ार कीमत लगभग ₹14,400 आंकी गई है।
कड़ी धाराओं में केस दर्ज, जांच जारी
आबकारी विभाग ने आरोपी के विरुद्ध छत्तीसगढ़ आबकारी अधिनियम की धारा 34(2), 36, 59(क) के तहत प्रकरण दर्ज किया है।
आबकारी उपनिरीक्षक नीलम स्वर्णकार द्वारा मामला पंजीबद्ध कर आगे की विवेचना की जा रही है।
टीमवर्क से हुई कार्रवाई सफल
इस बड़ी कार्रवाई को सफल बनाने में सहायक जिला आबकारी अधिकारी डी.डी. पटेल, टेक बहादुर कुर्रे, उपनिरीक्षक प्रकाश देशमुख, कौशल सोनी, मेघा मिश्रा, आरक्षक विवेक श्रीवास्तव, राकेश दुबे एवं पूजा शर्मा की सक्रिय भूमिका रही। सभी अधिकारियों और कर्मचारियों की सतर्कता से यह अवैध कारोबार समय रहते पकड़ा गया।
क्या है नकली शराब का खतरा?
इस तरह की नकली शराब न सिर्फ़ राजस्व की हानि करती है, बल्कि जनस्वास्थ्य के लिए बेहद ख़तरनाक भी होती है। नकली होलोग्राम और फर्जी स्टीकर लगाकर असली ब्रांड के नाम पर बेची जा रही ऐसी शराब से लोगों की जान को गंभीर खतरा होता है।
इस घटना से यह साफ हो गया है कि अवैध शराब माफिया अब परिष्कृत तरीके से नकली ब्रांडिंग कर तस्करी को अंजाम देने लगे हैं।
अब क्या कदम उठाएगा विभाग?
सूत्रों के मुताबिक, आबकारी विभाग अब नकली स्टीकर और होलोग्राम छपाई से जुड़ी कड़ियों तक पहुंचने की कोशिश कर रहा है। पूरे नेटवर्क को उजागर करने के लिए इलाके में और भी जांच तेज की जाएगी।