रायपुर, छत्तीसगढ़।
राज्य की कानून व्यवस्था को लेकर एक बार फिर राजनीति गरमा गई है। आरंग से कांग्रेस विधायक गुरु खुशवंत साहेब की गाड़ी पर शनिवार रात अज्ञात असामाजिक तत्वों ने पथराव कर दिया। घटना में विधायक बाल-बाल बचे, लेकिन इस हमले के बाद सियासी हलकों में आरोप-प्रत्यारोप का दौर शुरू हो गया है।
बैज का तीखा हमला: “जनता गुस्से में, सरकार असफल”
पीसीसी अध्यक्ष दीपक बैज ने इस घटना को लेकर राज्य सरकार को जमकर घेरा। उन्होंने कहा:
“कुछ दिन पहले विधायक तोखन साहू के काफिले को रोका गया, उससे पहले सांसद अरुण साव के काफिले को। अब विधायक गुरु खुशवंत पर हमला। यह साफ संकेत है कि जनता में सरकार के खिलाफ भारी गुस्सा है। कानून व्यवस्था ध्वस्त हो चुकी है और प्रशासन पूरी तरह नाकाम हो गया है।”
बैज ने हमलों को जनता की भारी नाराजगी और अव्यवस्था का परिणाम बताते हुए राज्य सरकार से तत्काल प्रभावी कार्रवाई की मांग की।
खाद संकट पर घेरा सरकार को
दीपक बैज ने राज्य में खाद की किल्लत को लेकर भी सरकार को घेरते हुए कहा:
“DAP और अन्य खाद किसानों को समय पर नहीं मिल पा रही है। सरकार लगातार झूठ बोल रही है। वैकल्पिक व्यवस्था की बात हो रही है, लेकिन वो भी जमीनी स्तर पर फेल है।”
उन्होंने यह भी मांग की कि सरकार जिला-वार सूची जारी करे कि कहां कितना खाद उपलब्ध है। साथ ही आरोप लगाया कि किसान ब्लैक में खाद खरीदने को मजबूर हैं, और यह सरकार की विफलता की पराकाष्ठा है।
सट्टा रैकेट पर भी हमला: “महादेव बंद नहीं हुआ, अब शिवा बुक चालू!”
महादेव बेटिंग ऐप और ऑनलाइन सट्टा कारोबार पर बोलते हुए श्री बैज ने कहा:
“सरकार महादेव ऐप को बंद नहीं कर सकी। अब उसी के जैसे दूसरा ऐप ‘शिवा बुक’ शुरू हो गया है। ये ऐप छत्तीसगढ़ के युवाओं को नशे और जुए की दलदल में धकेल रहे हैं।”
उन्होंने सीधा आरोप लगाते हुए कहा कि:
“इन रैकेट्स को सरकार का संरक्षण प्राप्त है। जब जनता की गाढ़ी कमाई खुलेआम लूटी जा रही हो और कोई कार्रवाई न हो, तो साफ है कि सरकारी प्रतिनिधियों को कमीशन पहुंच रहा है।“
क्या है पूरा मामला?
शनिवार रात विधायक गुरु खुशवंत साहेब का काफिला जैसे ही आगे बढ़ा, अचानक कुछ अज्ञात लोगों ने उनकी गाड़ी पर पत्थर फेंक दिए। हालांकि किसी को चोट नहीं आई, लेकिन सुरक्षा व्यवस्था को लेकर बड़े सवाल खड़े हो गए हैं।
पुलिस अब मामले की जांच में जुटी है, लेकिन विपक्ष इसे सरकार की नाकामी बताकर राजनीतिक मुद्दा बना रहा है।
निष्कर्ष
एक ओर विधायक पर हमला, दूसरी ओर किसानों को खाद की किल्लत और ऑनलाइन सट्टे का बढ़ता जाल—इन तीनों मुद्दों को लेकर छत्तीसगढ़ की राजनीति में हलचल तेज हो गई है।
दीपक बैज का आरोप है कि सरकार हर मोर्चे पर विफल हो चुकी है, और जनता अब खुद जवाब दे रही है।