Sharda University Suicide Case: शारदा यूनिवर्सिटी के हॉस्टल में बीती रात यानी शुक्रवार को BDS की छात्रा ने फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। मृतका ने सुसाइड नोट में यूनिवर्सिटी के 2 टीचरों के खिलाफ मानसिक प्रताड़ना का आरोप लगाया है। पुलिस ने इस मामले में आगे की कार्रवाई करते हुए दोनों टीचर को अरेस्ट भी कर लिया है। अब इस मामले में मृतका के भाई और मां का भी बयान सामने आया है। उन्होंने न केवल यूनिवर्सिटी प्रशासन, बल्कि पुलिस पर भी आरोप लगाए हैं।
मीडिया से बात करते हुए मृतका के भाई अक्षय ने बताया, ‘एक सप्ताह पहले, एक प्रोफेसर ने दावा किया था कि मेरी बहन ने अपने असाइनमेंट और किताबों पर जाली हस्ताक्षर किए हैं, जिसके कारण मेरे पिता सोमवार को यूनिवर्सिटी आए थे। उन्होंने प्रोफेसर और एचओडी से बात की थी। इसके बाद मेरे पिता ने शुक्रवार की सुबह ज्योति से भी बात की थी। इसके बाद, हमारी उससे बात नहीं हुई।
उन्होंने आगे बताया, ‘बाद में, उसके बैचमेट्स से हमें पता चला कि शिक्षकों ने उसे ताना मारा था, यह कहते हुए कि वह जाली हस्ताक्षर करने में माहिर है। उन्होंने मेरी बहन को फेल करने और उसे प्रैक्टिकल और परीक्षा देने से रोकने की भी धमकी भी दी थी। उस पर दबाव डाला गया था। इसलिए, उसे यह फैसला लेना पड़ा। घटना के बाद पुलिस ने भी हम पर… मेरे परिवार के सदस्यों पर लाठीचार्ज किया।’
चाहे मुझे जिंदा जला दो- मृतका की मां
मृतका की मां सुनीता का कहना है, ‘हमें अपनी बेटी के लिए न्याय चाहिए। सीएम योगी और पीएम मोदी को बुलाओ। जब भी इस विश्वविद्यालय में कोई घटना होती है, योगी और मोदी दोनों आते हैं। कल रात 9 बजे से मैं यहां बैठी हूं। जब तक मुझे न्याय नहीं मिल जाता, मैं यहां से नहीं जाऊंगी। जो करना है करो – मुझे जिंदा जला दो या इस जगह को बंद कर दो। पुलिस ने हम पर लाठीचार्ज किया, जो गलत है। इस घटना के बाद से ही सभी BDS स्टूडेंट्स डरे हुए हैं और अपने घर जाना चाहते हैं। पूरी यूनिवर्सिटी को सील करो।’