रायपुर, 22 जुलाई 2025 – छत्तीसगढ़ चैंबर ऑफ कॉमर्स एंड इंड्रस्टीज ने कांग्रेस द्वारा प्रस्तावित आर्थिक नाकेबंदी और चक्का जाम को स्पष्ट रूप से समर्थन देने से इंकार कर दिया है। इस संबंध में चैंबर के महामंत्री अजय भसीन ने एक वीडियो बयान जारी कर अपनी स्थिति साफ़ की।
भसीन ने कहा, “अचानक घोषित की जाने वाली बंद और नाकेबंदी से राज्य के विकास में अवरोध उत्पन्न होता है। इससे न केवल व्यापार पर नकारात्मक प्रभाव पड़ता है, बल्कि ट्रक चालकों और ट्रांसपोर्ट मालिकों को भी भारी नुकसान उठाना पड़ता है।”
उन्होंने स्पष्ट किया कि नाकेबंदी के दौरान परिवहन में लगे ट्रकों की सामग्रियाँ विशेषकर बरसात के मौसम में खराब होने का खतरा बना रहता है। यह केवल व्यापारिक हानि ही नहीं, बल्कि आवश्यक वस्तुओं की आपूर्ति श्रृंखला पर भी प्रतिकूल प्रभाव डालती है।
परिवहन संघ भी नहीं कर रहा समर्थन
रायपुर-बस्तर-कोरापुट परिवहन संघ ने भी इस आर्थिक नाकेबंदी को समर्थन देने से इंकार कर दिया है। भसीन ने बताया कि अचानक बुलाए गए चक्का जाम से जीएसटी ई-वे बिल की समय सीमा पूरी होने में भी रुकावट आती है, जिससे कारोबारी जगत को कानूनी दिक्कतों का सामना करना पड़ सकता है।
उन्होंने कहा, “हम चैंबर ऑफ कॉमर्स एंड इंड्रस्टीज की ओर से यह स्पष्ट करना चाहते हैं कि इस प्रकार की किसी भी नाकेबंदी, बंद या चक्का जाम में भाग नहीं लिया जाएगा।”
व्यवसायिक गतिविधियां सामान्य रहेंगी
महामंत्री अजय भसीन ने यह भी आश्वस्त किया कि यूनियन कार्यालय में माल बुकिंग और अन्य व्यापारिक गतिविधियां सामान्य रूप से जारी रहेंगी। उन्होंने सभी व्यापारियों से भी अपील की कि वे अफवाहों पर ध्यान न दें और अपनी रोजमर्रा की गतिविधियों को सुचारू रूप से संचालित करते रहें।