छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर के अभनपुर थाना क्षेत्र के बिरोदा गांव में एक झोलाछाप डॉक्टर ने तानों और पैसों के विवाद से परेशान होकर एक बुजुर्ग दंपती की निर्मम हत्या कर दी। आरोपी डॉक्टर राकेश कुमार बारले को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है।
16 जुलाई को पुलिस को सूचना मिली कि बिरोदा गांव में रहने वाले 62 वर्षीय भूखन ध्रुव और उनकी 60 वर्षीय पत्नी रुक्मणी ध्रुव मृत अवस्था में अपने घर में पड़े हैं। पुलिस ने जब मौके पर जांच की तो पाया कि भूखन की लाश पलंग पर और उनकी पत्नी की लाश जमीन पर पड़ी थी। दोनों के गले और सीने पर चाकू से किए गए गहरे वार थे।
हत्या की गुत्थी सुलझाने के लिए पुलिस ने गांव के लगभग 200 लोगों से पूछताछ की। इसी दौरान पता चला कि गांव का एक झोलाछाप डॉक्टर राकेश बारले घटना के दिन शाम को दंपती के घर गया था। पुलिस ने आरोपी को हिरासत में लेकर जब पूछताछ की, तो उसके मोबाइल की लोकेशन और उसके बयान मेल नहीं खा रहे थे। सख्ती से पूछने पर आरोपी ने अपना जुर्म कबूल कर लिया।
डॉक्टर राकेश ने बताया कि वह गांव में आर.के. मेडिकल के नाम से दुकान चलाता है और इलाज भी करता है। कुछ दिन पहले रुक्मणी उसके पास हाथ दर्द के इलाज के लिए आई थी, लेकिन बार-बार पैसे देने के बावजूद उसे आराम नहीं मिला। महिला उसे ताने देने लगी कि वह इलाज के नाम पर ग्रामीणों से पैसे लूट रहा है।
इसके अलावा, डॉक्टर ने दंपती को एक जमीन सौदे के लिए 10 हजार रुपए एडवांस दिए थे, जो सौदा रद्द होने के बाद भी उसे वापस नहीं मिले। इन सब बातों से परेशान होकर आरोपी 16 जुलाई को इलाज के बहाने दंपती के घर गया। वहां उसने पहले भूखन को चाकू मारा, फिर रुक्मणी को भी मौत के घाट उतार दिया।
हत्या के बाद आरोपी अपने गांव कोड़ापारा (जिला धमतरी) चला गया, जहां कपड़े बदलकर वापस बिरोदा लौट आया और सामान्य तरीके से अपनी दुकान पर काम करने लगा। पुलिस ने उसकी मोबाइल लोकेशन, उसके कपड़े, चाकू और जूते की बरामदगी के बाद उसे गिरफ्तार कर लिया।
मृतक दंपती के तीन बच्चे हैं—दो बेटियां जिनकी शादी हो चुकी है, और एक बेटा जो रायपुर में रहता है। पुलिस ने आरोपी के खिलाफ साक्ष्य एकत्र कर हत्या का मामला दर्ज किया है और आगे की जांच जारी है।