छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर में बीती रात तेज बारिश से चारों तरफ पानी भर गया। यहां 24 घंटे में 134 मिमी पानी गिरा। ऐसा 12 साल बाद हुआ है। इससे रायपुर में कई निचली बस्तियां और डqबान क्षेत्र में बसी कॉलोनियां जलमग्न हो गईं। इस बीच, दलदल सिवनी इलाके में सड़क पर चल रही एक कार नाले के पानी के तेज बहाव में बह गई। हालांकि कार मालिक और ड्राइवर को बचा लिया गया।
वहीं, कुशालपुर में जलभराव की वजह से एक वृद्ध की लाश काफी देर तक घर में फंसी रही। कई सड़कों पर घुटनों तक पानी जमा रहा। गुढ़ियारी अंडरब्रिज में पानी भरने की वजह से कई घंटों तक आवाजाही रुकी रही। रायपुर समेत प्रदेशभर में हुई तेज बारिश से जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया। तेज बारिश के कारण प्रदेशभर के नदी-नाले उफान पर हैं।
इसलिए बारिश
उत्तरी छत्तीसगढ़ और उससे लगे झारखंड के ऊपर बने अवदाब (मजबूत सिस्टम) की वजह से पूरे प्रदेश में जमकर बारिश हुई।
जलभराव से नाराज लोगों ने किया चक्काजाम
प्रोफेसर कॉलोनी में जलभराव की वजह से कॉलोनी के सैकड़ों लोगों ने नेशनल हाईवे को जाम कर दिया। काफी देर तक वहां आवाजाही बंद रही। हालांकि आश्वासन के बाद प्रदर्शन खत्म कर दिया है।
बैलेंस बिगड़ा..
प्रोफेसर कॉलोनी की सड़कों पर पानी भरने से एक्टिवा सवार बैलेंस बिगड़ने से गिर गया।
मकान ढहा, बच्ची की मौत
रामानुजगंज नगर पालिका के वार्ड 13 में भारी बारिश के चलते एक कच्चा मकान ढह गया, जिससे घर में सो रहे चार लोग मलबे में दब गए। इस हादसे में आठ वर्षीय मासूम खुशबू की मौके पर ही मौत हो गई, जबकि तीन घायल हैं। एनीकट में पिता-पुत्र बहे
दंतेवाड़ा| बारसूर बाजार कर मुचनार के आश्रित झारावाया गांव से लौट रहे पिता-पुत्र एनीकट से मांडर नाले को पार कर रहे थे, तभी दोनों नाले के तेज बहाव में बह गए। 8 साल के बेटे को बाहर निकाल लिया गया, जबकि पिता अब तक लापता है।
आगे क्या… आज से थोड़ी राहत उत्तरी छत्तीसगढ़ और लगे हुए झारखंड के ऊपर बना अवदाब अगले 24 घंटे के दौरान आगे बढ़ते हुए पश्चिम को चला जाएगा। अवदाब कमजोर होकर सुस्पष्ट कम दबाव के क्षेत्र में बदल जाएगा। इसकी वजह से प्रदेश में बारिश की गतिविधियों में कुछ कमी आएगी। फिर भी 27 जुलाई को कई इलाकों में बारिश होने की संभावना है।