दिव्यांगजनों के हक़ और हौसले को समर्पित पुस्तक का लोकार्पण: ‘अधिकार, अवसर और आशा’ बनी नई प्रेरणा!

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रायपुर। छत्तीसगढ़ राज्य में शिक्षा और आपदा जागरूकता के क्षेत्र में एक महत्वपूर्ण पुस्तक दिव्यांगता अधिकार, अवसर और आशा नामक राज्य स्तरीय पुस्तक का विमोचन हुआ। शुक्रवार को होटल सोलिटेयर रायपुर में प्रदेश के उप मुख्यमंत्री अरुण साव के करकमलों ने संपन्न किया।

राज्य के विभिन्न 33 जिलों के समर्पित शिक्षकों की एक टीम बनाकर इस बहुपयोगी पुस्तक का निर्माण किया गया है। राज्य के उप मुख्यमंत्री अरुण साव ने इस पुस्तक का विमोचन करते हुए कहा कि, यह पुस्तक दिव्यांगजनों और उनके परिवार के लिए बहुत ही उपयोगी सिद्ध होगा। उप मुख्यमंत्री ये भी ने कहा कि, जब भी मेरी जरूरत होगी, मैं हमेशा आपके साथ रहूंगा। पुस्तक के लिए सभी शिक्षक शिक्षिकाओं को बधाई और शुभकामनाएं दी।


इनकों किया गया सम्मानित
इस अवसर पर उप मुख्यमंत्री ने सभी सहभागी शिक्षकों को प्रतीक चिन्ह के साथ सम्मान भी किया। जिसमें बेमेतरा जिला, साजा विकास खंड अंतर्गत शासकीय प्राथमिक शाला अकोला विकासखंड साजा की प्रधान पाठिका हिमकल्याणी सिन्हा को उनकी उत्कृष्ट लेखों के लिए दिव्यांग समावेशी प्रशिक्षण के लिए लेखिका के रूप में सम्मानित किया गया। पुस्तक में दिव्यांगता से संबंधित समस्त जानकारी का समावेश किया गया है। जैसे कि शासन से मिलने वाली सुविधाएं। इन सुविधाओं को पाने के लिए क्या करना होगा, किससे संपर्क करना होगा, इस पुस्तक में समस्त जानकारी एक साथ मिल जाएगा।

QR कोड के माध्यम से समझना में होगी आसानी
आज भी बहुत से पालक और बच्चें जानकारी के अभाव में शासन से मिलने वाली योजनाओं का लाभ नहीं ले पाते है। इसी को ध्यान में रखते हुए इस पुस्तक का निर्माण किया गया है। इस पुस्तक के निर्माण में मुख्य संपादक के शारदा, उप-संपादक धर्मानंद गोजे, भाषा सम्पादन वसुंधरा गोजे, पुस्तक प्रभारी प्रीति शांडिल्य और छत्तीसगढ़ राज्य के 39 नवाचारी शिक्षकों द्वारा लेखन कार्य में विशेष सहयोग किया गया है। इसमें QR कोड भी जोड़े गए हैं, जिन्हें स्कैन करने पर छात्र वीडियो सामग्री को देख सकते हैं जिससे पाठ्यवस्तु को समझने में आसानी होगी।

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