अंबिकापुर में हाथी का आतंक: दो और ग्रामीणों की कुचलकर हत्या, दो दिन में तीन की मौत से दहशत में लोग

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संतोष कश्यप, अंबिकापुर। छत्तीसगढ़ के सरगुजा संभाग में हाथियों का आतंक लगातार बढ़ता जा रहा हैलुंड्रा वन परिक्षेत्र के अस्कला इलाके में एक हाथी ने दो ग्रामीणों को कुचलकर मार डाला, जिससे इलाके में जबरदस्त दहशत फैल गई है। इससे पहले बुधवार को एक महिला की भी हाथी के हमले में मौत हो चुकी है। बीते दो दिनों में तीन लोगों की जान जा चुकी है।

अकेला हाथी बन रहा मौत का कारण

जानकारी के मुताबिक, हाथियों के दल से बिछड़ा एक अकेला हाथी इन दिनों अस्कला क्षेत्र में लगातार उत्पात मचा रहा है। वह गांवों के पास पहुंचकर लोगों को निशाना बना रहा है, जिससे ग्रामीणों में डर का माहौल है। मैनपाट इलाके से भी हाथियों द्वारा मकानों को नुकसान पहुंचाने की खबरें सामने आई हैं।

पेंड्रा में भी घुसा हाथियों का दल, ग्रामीणों में फिर दहशत

इधर, गौरेला-पेंड्रा-मरवाही (GPM) जिले में भी चार हाथियों के एक दल ने फिर से दस्तक दी है। यह दल मध्यप्रदेश के अनूपपुर से घूमते हुए छत्तीसगढ़ के मरवाही वन परिक्षेत्र में दाखिल हो चुका है। गुजर नाला पार कर ये हाथी सिवनी बीट के ग्राम मालाडांड व दैगवा तक पहुंच चुके हैं और अब सिवनी गांव की बस्ती के नजदीक देखे जा रहे हैं।

फसलें और बाड़ियां कर रहे तहस-नहस

इन हाथियों ने अब तक कई खेतों में खड़ी फसलें, बाड़ियां और प्लांटेशन को नुकसान पहुंचाया है। बावजूद इसके कुछ ग्रामीण हाथियों को नजदीक से देखने पहुंच रहे हैं, जिससे उनकी जान को भी खतरा बना हुआ है।

वन विभाग अलर्ट मोड पर, ग्रामीणों से की अपील

वन विभाग पूरी तरह अलर्ट मोड में है और सतत निगरानी कर रहा है। विभाग द्वारा ग्रामीणों से अपील की गई है कि वे हाथियों से दूरी बनाए रखें, किसी भी परिस्थिति में उनके करीब न जाएं और अपनी सुरक्षा को प्राथमिकता दें। हाथियों की स्थिति और मूवमेंट पर ड्रोन व पेट्रोलिंग के माध्यम से नजर रखी जा रही है।

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