मानव तस्करी- धर्मांतरण मामले में आरोपी नन प्रीति मैरी और वंदना फ्रांसिस समेत 3 की जमानत याचिका पर सुनवाई हुई। अतिरिक्त सत्र न्यायालय के अनीश दुबे की कोर्ट ने कहा, धारा 143 बीएनएस (मानव तस्करी और जबरन धर्मांतरण) से जुड़े मामले एनआईए अधिनियम के दायरे में आते हैं।
ये हमारे अधिकार क्षेत्र का मामला नहीं है। ऐसे याचिकाकर्ता अपना आवेदन वापस लें, वर्ना हम खारिज कर देंगे। कोर्ट ने कहा कि सुनवाई एनआईए की स्पेशल कोर्ट में हो सकती है। याचिकाकर्ता अपनी याचिका वहीं लगाएं।
दरअसल, 25 जुलाई को दुर्ग स्टेशन पर जीआरपी ने ननों को गिरफ्तार किया था। बुधवार को पीठासीन अधिकारी अवध किशोर अवकाश में होने के कारण जमानत याचिका पर अपर सत्र न्यायाधीश चतुर्थ (एफटीसी) (पॉक्सो एक्ट) अनीश दुबे ने सुनवाई की।
बचाव पक्ष ने कहा कि दोनों महिलाएं ईसाई हैं। तीनों लड़कियां स्वेच्छा से काम करने आगरा जा रही थीं। तीनों पहले से ही ईसाई हैं। ऐसे में धर्म परिवर्तन कराने का कोई सवाल ही नहीं। इस पर अभियोजक प्रकाश शर्मा ने कहा कि आरोपियों पर धारा 143 बीएनएस में केस दर्ज होने से इस मामले में ये कोर्ट सुनवाई नहीं कर सकती।
इस तरह मामलों को एनआईए एक्ट 8 (ख) में शामिल किया गया। ऐसे में एनआईए अधिनियम 2008 की धारा 11 के तहत प्रदेश में स्थापित किए गए विशेष न्यायालयों में प्रकरण की सुनवाई हो सकती है।
इस पर कोर्ट ने बचाव पक्ष से कहा कि प्रकरण को वापस लें, नहीं तो जमानत आवेदन निरस्त करना होगा। मामले में याचिकाकर्ता हाईकोर्ट में याचिका दायर करना चाहते हैं, तो भी उन्हें पहले विशेष अदालत एनआईए कोर्ट में अपनी याचिका दायर करनी होगी।
जेल में नन से मिले वामपंथी सांसद| केंद्रीय जेल में बंद दोनों नन से मिलने के लिए बुधवार को सीपीआई (एम) की वरिष्ठ नेता बृंदा करात ने अपने प्रतिनिधि मंडल के साथ पहुंची। उन्होंने दोहराया कि ननों को झूठे, नकली केस में फंसाया गया है।
जेल अधिकारियों के मुताबिक बुधवार को नन प्रीति मैरी का बड़ा बैजू एमवी और वंदना फ्रांसिस का भाई जिमसन मैथ्यू मिले। इसके अलावा लेफ्ट पार्टी के सीपीआई (एम) सांसद के. राधाकृष्णन, एए.रहीम, सीपीआई के सांसद पीपी सुनीर और अन्नी राजा, केसीएम पार्टी के एमपी जोश के. मणि, धर्मराज महापात्रा शामिल थे।
संसद तक पहुंचा मामला
कांग्रेस देश को धर्मांतरण का अड्डा बना रही: बृजमोहन रायपुर से भाजपा सांसद बृजमोहन अग्रवाल ने आदिवासी समाज में हो रहे कथित सुनियोजित धर्मांतरण को लेकर कांग्रेस पर बड़ा हमला बोला। उन्होंने आरोप लगाया कि कांग्रेस देश को धर्मांतरण का अड्डा बनाना चाहती है और विपक्ष उसकी रणनीति का हिस्सा बना है। विपक्ष के लोग छत्तीसगढ़ में धर्मांतरण करने का जो षड्यंत्र रच रहे हैं, उसे बेनकाब किया गया है।
सदन में विजय बघेल बोले- यह सुनियोजित षड्यंत्र
सांसद विजय बघेल ने लोकसभा में शून्यकाल में धर्मांतरण मामला उठाया। उन्होंने कहा आदिवासी समाज की अस्मिता की सुरक्षा सरकार की प्राथमिकता है। दुर्ग की घटना को राजनीतिक रूप देने और राज्य सरकार को बदनाम करने के लिए पूरी कांग्रेस लगी हुई है। यह सुनियोजित षड्यंत्र है।