रायपुर, 07 अगस्त 2025
राजीव गांधी शासकीय स्नातकोत्तर महाविद्यालय, अंबिकापुर और मुहिम फाउंडेशन फॉर पार्टिसिपेटरी एक्शन एंड ट्रांसफॉर्मेशन, रायपुर के मध्य आज एक गैर-आर्थिक समझौता ज्ञापन (MoU) पर हस्ताक्षर किए गए। यह ऐतिहासिक पहल छात्रों में नेतृत्व क्षमता, सामाजिक उत्तरदायित्व और सामुदायिक सहभागिता को सशक्त बनाने की दिशा में एक सार्थक कदम है।
उद्देश्य : शिक्षा से समाज की ओर
इस एमओयू का उद्देश्य छात्रों को 21वीं सदी के अनुरूप आवश्यक दक्षताओं और व्यवहारिक ज्ञान से लैस करना है, ताकि वे न केवल अकादमिक रूप से बल्कि समाज के सक्रिय सहभागी के रूप में भी विकसित हो सकें। इस साझेदारी के तहत महाविद्यालय में “सामुदायिक सहभागिता प्रकोष्ठ” की स्थापना की जाएगी।
प्रमुख गतिविधियाँ और लाभ
इस सहयोग से निम्नलिखित पहलें संचालित की जाएंगी:
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वैल्यू-एडेड व सर्टिफिकेशन कोर्सेस : संवाद, नवाचार, समस्या समाधान, सामाजिक उद्यमिता जैसे क्षेत्रों पर केंद्रित।
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एक्शन रिसर्च प्रोजेक्ट्स : छात्रों द्वारा स्थानीय समस्याओं की पहचान कर नवाचार आधारित समाधान प्रस्तुत किए जाएंगे।
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लीडरशिप वर्कशॉप्स एवं नीति संवाद : युवाओं में नेतृत्व क्षमता, आत्मविश्वास और नीति समझ को बढ़ावा देने हेतु।
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सामुदायिक आउटरीच कार्यक्रम एवं संगोष्ठियाँ : छात्रों को समाज के साथ सीधे संवाद का अवसर मिलेगा।
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कौशल विकास कार्यक्रम : रोजगार एवं स्वरोजगार के अनुकूल दक्षताएँ विकसित की जाएंगी।
️ प्रतिनिधियों की प्रतिक्रिया
समझौते पर हस्ताक्षर के अवसर पर दोनों संस्थानों के प्रतिनिधियों ने कहा कि “आज के दौर में शिक्षा केवल पुस्तक तक सीमित नहीं रहनी चाहिए, बल्कि छात्रों को जिम्मेदार नागरिक, नवाचारकर्ता और सामाजिक परिवर्तन के वाहक के रूप में विकसित किया जाना आवश्यक है।” यह साझेदारी शिक्षा को समाज से जोड़ने और छात्रों को व्यवहारिक अनुभव प्रदान करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण पहल साबित होगी।
समाज से जुड़ने की पहल
राजीव गांधी महाविद्यालय की यह पहल दर्शाती है कि संस्थान सिर्फ अकादमिक उत्कृष्टता ही नहीं, बल्कि सामाजिक चेतना और नागरिक नेतृत्व को भी अपने शिक्षा दर्शन का अभिन्न हिस्सा मानता है। यह समझौता छात्रों के समग्र विकास और उन्हें सशक्त, जिम्मेदार और समाजोन्मुख नागरिक के रूप में तैयार करने की दिशा में एक दूरदर्शी प्रयास है।