दिल्ली-एनसीआर में रहने वालों के लिए वीकेंड का मतलब होता है—दोस्तों, परिवार या पार्टनर संग अच्छा वक्त बिताना। और अगर मूवीज़ का तड़का मिल जाए तो मज़ा दुगुना हो जाता है।
अगर आप सोच रहे हैं कि इस वीकेंड घर पर कौन सी फिल्में देखें, तो क्यों न दिल्ली और एनसीआर पर बेस्ड कुछ सुपरहिट मूवीज़ देखी जाएं? ये फिल्में आपको हंसाएंगी भी, रुलाएंगी भी और सबसे बढ़कर दिल्ली की असल लाइफ़ से कनेक्ट भी कराएंगी।
बैंड बाजा बारात
रणवीर सिंह और अनुष्का शर्मा की यह फिल्म दिल्ली की शादियों की रंगत दिखाती है। बिट्टू और श्रुति मिलकर वेडिंग प्लानिंग बिज़नेस शुरू करते हैं और फिर होती है ढेर सारी कॉमेडी, ड्रामा और रोमांस।
फुकरे
दिल्ली का जुगाड़ू अंदाज़ इस फिल्म में खूब झलकता है। हनी, चूचा, लाली और ज़फर आसान पैसे के चक्कर में भोली पंजाबन के जाल में फंस जाते हैं। मज़ेदार डायलॉग्स और कॉमेडी सीन इस फिल्म को दिल्ली की पहचान बना देते हैं।
देली बेली
तीन दोस्तों की कहानी, जो दिल्ली आते हैं और मुसीबतों के भंवर में फंस जाते हैं। इमरान खान और वीर दास जैसे एक्टर्स के साथ बनी यह फिल्म हल्की-फुल्की कॉमेडी और बेहतरीन टाइमपास के लिए परफेक्ट है।
विकी डोनर
आयुष्मान खुराना की डेब्यू फिल्म, जिसने दिल्ली के मोहल्लों और कनॉट प्लेस की लाइफ़ को पर्दे पर उतारा। यह कहानी सिर्फ हंसी-मज़ाक ही नहीं, बल्कि एक अलग सामाजिक मुद्दे को भी टच करती है।
दो दूनी चार
ऋषि कपूर और नीतू कपूर स्टारर यह फिल्म दिल्ली के मिडिल क्लास परिवार की असल जद्दोजहद को सामने लाती है। खान मार्केट, मयूर विहार जैसी जगहों पर घूमता यह परिवार हर उस आम आदमी से कनेक्ट करता है जो बचत और सपनों के बीच संतुलन साधता है।
दिल्ली-6
पुरानी दिल्ली की तंग गलियां, छतों पर बैठे लोग, अचार की खुशबू और रोज़मर्रा की भागदौड़—अभिषेक बच्चन की इस फिल्म में दिल्ली-6 की असली रूह दिखाई देती है।
प्यार का पंचनामा
अगर आप गुड़गांव की कॉर्पोरेट लाइफ़ से गुज़र चुके हैं तो यह फिल्म आपकी कहानी लगेगी। बड़े मकान किराए पर लेना, कॉल सेंटर के बाहर ढाबे पर खाना और रिश्तों की उलझनें—सब कुछ यहां दिखता है।
इन फिल्मों को देखकर आपको सिर्फ एंटरटेनमेंट ही नहीं मिलेगा बल्कि दिल्ली-एनसीआर की असली लाइफ़ का स्वाद भी महसूस होगा। तो इस वीकेंड पॉपकॉर्न निकालिए और मूवी प्लान बनाइए।