नई दिल्ली। देश के सबसे बड़े सरकारी बैंक स्टेट बैंक ऑफ इंडिया (SBI) ने होम लोन की ब्याज दरों में 25 बेसिस पॉइंट्स (0.25%) की बढ़ोतरी की है। अब होम लोन पर ब्याज दरें 7.50% से 8.70% के बीच रहेंगी।
पहले यह दर 7.50% से 8.45% थी। यानी जिन ग्राहकों का क्रेडिट स्कोर बेहतर है, उन्हें पहले जैसी न्यूनतम दर पर लोन मिलेगा। लेकिन कमजोर स्कोर वालों को अब ज्यादा ब्याज चुकाना पड़ेगा, जिससे EMI भी बढ़ जाएगी।
EMI पर कितना फर्क?
मान लीजिए आप 50 लाख रुपए का होम लोन 20 साल के लिए लेते हैं—
-
8.70% ब्याज दर पर EMI: ₹44,026
(20 साल में कुल ब्याज ₹55.66 लाख) -
8.45% ब्याज दर पर EMI: ₹43,233
(20 साल में कुल ब्याज ₹53.75 लाख)
यानी सिर्फ 0.25% की बढ़ोतरी से हर महीने करीब ₹800 और कुल ₹1.91 लाख ज्यादा चुकाने होंगे।
SBI ने क्यों बढ़ाया ब्याज?
आरबीआई ने अपनी रेपो रेट 5.55% पर स्थिर रखी है। इसके बावजूद SBI ने दरें बढ़ाई हैं। विशेषज्ञों का मानना है कि होम लोन की डिमांड बढ़ने और मार्जिन घटने के चलते बैंक अपने मुनाफे को सुरक्षित करने के लिए यह कदम उठा रहे हैं।
प्रमुख सरकारी बैंकों की होम लोन ब्याज दरें
-
बैंक ऑफ इंडिया – 7.35% से शुरू
-
यूनियन बैंक – 7.45% से शुरू
-
बैंक ऑफ बड़ौदा – 7.45% से शुरू
-
SBI – 7.50% से शुरू
-
पंजाब नेशनल बैंक – 7.50% से शुरू
होम लोन लेने से पहले ध्यान दें 3 बातें
-
प्री-पेमेंट पेनल्टी जांचें – समय से पहले लोन चुकाने पर कई बैंक चार्ज लगाते हैं।
-
क्रेडिट स्कोर सुधारें – 700 से ज्यादा स्कोर पर बेहतर ब्याज दर मिलने की संभावना रहती है।
-
ऑफर्स की तुलना करें – सभी बैंकों के स्कीम और ऑफर्स देखकर ही लोन फाइनल करें।