तकनीक ने हमारी जिंदगी को आसान तो बनाया है, लेकिन इसके साथ कुछ जोखिम भी जुड़े हैं। स्मार्टवॉच जैसे छोटे गैजेट भी लंबे समय तक शरीर से सटे रहने पर सेहत पर असर डाल सकते हैं। इनमें से एक बड़ा खतरा है EMF (Electromagnetic Field) रेडिएशन, जो शरीर को लंबे समय में नुकसान पहुंचा सकता है।
इसलिए स्मार्टवॉच इस्तेमाल करते समय हमें सावधानी बरतनी चाहिए। आइए जानते हैं
स्मार्टवॉच से क्या नुकसान हो सकते हैं?
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लगातार कलाई पर पहनने से त्वचा और नसों पर दबाव।
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EMF रेडिएशन का शरीर पर असर।
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गलत हेल्थ डेटा मिलने पर स्वास्थ्य संबंधी भ्रम।
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ज्यादा नोटिफिकेशन से तनाव और चिंता।
स्मार्टवॉच का इस्तेमाल करते वक्त आम गलतियां ❌
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जरूरत न होने पर भी 24 घंटे पहनकर रखना।
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स्ट्रैप को बहुत कसकर बांधना।
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वॉच और स्ट्रैप को साफ न करना।
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हर ऐप का नोटिफिकेशन ऑन रखना।
स्मार्टवॉच खरीदते समय ध्यान रखने योग्य 11 बातें ✅
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EMF चेक करें – वॉच में कम रेडिएशन लेवल हो।
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हेल्थ फीचर्स की सटीकता – हार्ट रेट, SpO2, स्लीप डेटा भरोसेमंद होना चाहिए।
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ब्रांड की विश्वसनीयता – सिर्फ भरोसेमंद ब्रांड लें।
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डेटा सिक्योरिटी – ऐसा ब्रांड लें जो आपके हेल्थ डेटा को सुरक्षित रखे।
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बैटरी बैकअप – कम से कम 3 से 7 दिन तक चलने वाली वॉच लें।
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ऑनलाइन रिव्यू देखें – पहले से यूज कर रहे लोगों की राय पढ़ें।
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स्क्रीन क्वालिटी – डिस्प्ले साफ और ब्राइट हो।
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वॉटरप्रूफिंग – पसीने, धूल और पानी से सुरक्षित हो।
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सर्विस सेंटर उपलब्धता – खराब होने पर रिपेयर आसानी से हो सके।
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फिटिंग और स्ट्रैप क्वालिटी – स्किन-फ्रेंडली मटेरियल का हो।
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कीमत और वैल्यू – सिर्फ फीचर्स देखकर नहीं, असली जरूरत के हिसाब से खरीदें।
स्मार्टवॉच पहनने का सही तरीका
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24 घंटे लगातार न पहनें, खासकर रात में (अगर नींद ट्रैकिंग जरूरी न हो)।
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स्ट्रैप ढीली बांधें, ताकि रक्त प्रवाह न रुके।
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समय-समय पर वॉच और स्ट्रैप को साफ करें।
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DND या फ्लाइट मोड ऑन करके सोएं, ताकि रेडिएशन और अलर्ट से बचें।
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हेल्थ डेटा को सिर्फ गाइड मानें, मेडिकल सलाह के लिए डॉक्टर से परामर्श करें।
कुल मिलाकर, स्मार्टवॉच तभी फायदेमंद है जब आप इसे सही तरीके से चुनें और इस्तेमाल करें। वरना फायदे से ज्यादा नुकसान हो सकते हैं।