जम्मू-कश्मीर में लगातार भारी बारिश, बाढ़ और भूस्खलन ने जनजीवन को भारी प्रभावित किया है। बुधवार, 28 अगस्त को कटरा स्थित वैष्णो देवी यात्रा मार्ग पर भूस्खलन से 31 लोगों की जान चली गई और 23 से अधिक लोग घायल हुए। घायलों को तुरंत अस्पताल में भर्ती कराया गया।
वैष्णो देवी यात्रा मार्ग बंद
रियासी SSP परमवीर सिंह ने ANI को बताया कि अधक्वारी गुफा मंदिर के पास इंद्रप्रस्थ भोजनालय क्षेत्र में भूस्खलन हुआ। मलबे के कारण वैष्णो देवी मंदिर मार्ग जाम हो गया है। श्रद्धालुओं की सुरक्षा को देखते हुए प्रशासन ने यात्रा रोक दी है। सेना, एनडीआरएफ और एसडीआरएफ की टीमें रेस्क्यू ऑपरेशन चला रही हैं।
रेल यातायात प्रभावित
भारी बारिश और बाढ़ के कारण जम्मू-कश्मीर में रेल सेवाएं भी बाधित हैं। चक्की नदी में मिट्टी कटाव और अचानक आई बाढ़ के चलते पठानकोट कैंट और कंड्रोरी के बीच डाउन लाइन पर यातायात बाधित हुआ। इससे 18 ट्रेनें रद्द कर दी गईं। कई श्रद्धालु रास्ते में फंसे हैं।
श्रद्धालुओं का अनुभव
बिहार से आए श्रद्धालु दशरथ ने बताया कि ट्रेनें रद्द हो गईं और वे अब वापस नहीं जा पा रहे हैं। मोतिहारी की राजकुमारी देवी ने कहा कि वे देवी दर्शन के बाद घर लौट रही थीं, लेकिन ट्रेनें रद्द होने के कारण फंस गई हैं।
श्राइन बोर्ड और प्रशासन की जानकारी
श्री माता वैष्णो देवी श्राइन बोर्ड (SMVDSB) ने X हैंडल पर बताया कि अधक्वारी के पास भूस्खलन हुआ है और बचाव अभियान जारी है। केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने CM उमर अब्दुल्ला और उपराज्यपाल मनोज सिन्हा से स्थिति की जानकारी ली और राहत कार्यों का जायजा लिया।
जम्मू-कश्मीर में हालात गंभीर
जम्मू जिले में भारी बारिश के कारण कई पुल ढह गए, बिजली और मोबाइल नेटवर्क बाधित हुआ। केवल छह घंटे में 22 सेंटीमीटर बारिश रिकॉर्ड की गई। बाढ़ और भूस्खलन से लगभग 3,500 लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया गया।
सबसे प्रभावित क्षेत्र
जम्मू जिले में भारी बारिश और बाढ़ का सबसे अधिक असर जम्मू शहर, आरएसपुरा, सांबा, अखनूर, कोट भलवाल, कठुआ और ऊधमपुर में देखा गया। रामबन, डोडा, बनिहाल और रियासी में हल्की बारिश हुई।
मौसम विभाग की चेतावनी
आईएमडी के अनुसार, बादल 12 किमी ऊंचाई तक पहुँच रहे हैं, जिससे अत्यधिक सक्रिय तूफानों और आगे और अधिक बारिश की संभावना है। लोगों को सतर्क रहने की सलाह दी गई है।