छत्तीसगढ़ के राजिम विधानसभा क्षेत्र की वर्षों पुरानी मांग आखिरकार पूरी हो गई है। मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय की सरकार ने क्षेत्र के दो प्रमुख मार्गों पर उच्च स्तरीय पुलों के निर्माण की प्रशासकीय स्वीकृति जारी कर दी है। यह सौगात क्षेत्र के विधायक रोहित साहू की सक्रियता और सतत प्रयासों का नतीजा बताई जा रही है।
करोड़ों की लागत से होंगे पुल निर्माण
सरकार ने महासमुंद-राजिम मार्ग पर फिंगेश्वर के पास सरगी नाला में पुल निर्माण के लिए 8 करोड़ 21 लाख 16 हजार रुपए तथा छुरा-कोमाखान मार्ग (कोसमबुड़ा) पर पुल निर्माण के लिए 10 करोड़ 63 लाख 75 हजार रुपए की स्वीकृति दी है। वित्त विभाग की सहमति के बाद लोक निर्माण विभाग, मंत्रालय महानदी भवन नवा रायपुर से आदेश जारी कर दिए गए हैं।
बरसात में बाधित आवागमन से मिलेगी राहत
राजिम- महासमुंद मार्ग पर हर साल बरसात के मौसम में सरगी नाला के उफान पर आने से यातायात प्रभावित होता था। वहीं, छुरा-कोमाखान मार्ग में कोसमबुड़ा के संकरे पुल से लोगों को लंबे समय से परेशानी झेलनी पड़ रही थी। नए पुल बनने से अब इन समस्याओं से स्थायी राहत मिलेगी और क्षेत्रवासियों को निर्बाध और सुरक्षित आवागमन की सुविधा मिलेगी।
विधायक रोहित साहू ने जताई खुशी
इस बड़ी सौगात पर विधायक रोहित साहू ने कहा –
“यह स्वीकृति राजिम विधानसभा के विकास में मील का पत्थर साबित होगी। वर्षों से अधूरे पड़े कार्यों को पूरा करने की जिम्मेदारी हमारी है और भाजपा सरकार ने जिस तेजी से क्षेत्र को करोड़ों की सौगात दी है, वह हमारे संकल्प का प्रतिबिंब है।”
उन्होंने प्रदेश के मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय, उपमुख्यमंत्री अरुण साव और वित्त मंत्री ओपी चौधरी का आभार जताते हुए कहा कि यह निर्णय आने वाली पीढ़ियों को विकास की नई राह दिखाएगा।
विकास की राह पर राजिम
स्थानीय लोगों का मानना है कि इन पुलों का निर्माण न सिर्फ दैनिक जीवन को आसान बनाएगा बल्कि क्षेत्र के आर्थिक और सामाजिक विकास में भी अहम योगदान देगा। भाजपा सरकार के सुशासन और प्रतिबद्धता से राजिम विधानसभा अब तेज गति से विकास की ओर अग्रसर है।