सोना-चांदी ने रचा इतिहास: कीमतें रिकॉर्ड हाई पर, क्या इस त्योहारी सीजन खरीदना सही कदम होगा?
भारतीय बाजार में सोना और चांदी ने मंगलवार को नया रिकॉर्ड बनाया। सोना पहली बार ₹1,10,650 प्रति 10 ग्राम के स्तर तक पहुंचा, जबकि चांदी भी ₹1,29,878 तक चढ़ गई। अंतरराष्ट्रीय बाजार में चांदी ने 14 साल पुराना रिकॉर्ड तोड़ते हुए $42.50 प्रति औंस पार किया।
तेजी की वजह क्या है?
इस उछाल के पीछे मुख्य कारण है अमेरिकी फेडरल रिजर्व की बैठक। बाजार को उम्मीद है कि इस बार 25 बेसिस पॉइंट की दर कटौती होगी। इससे निवेशकों का झुकाव फिर से सोने-चांदी जैसे सुरक्षित एसेट्स की ओर बढ़ा है।
इसके अलावा,
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कमजोर अमेरिकी डॉलर,
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गिरती ट्रेजरी यील्ड्स,
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जियोपॉलिटिकल तनाव और
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ग्लोबल ट्रेड अनिश्चितता
ने भी कीमतों को और ऊपर धकेला है।
एक्सपर्ट्स की राय
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अमित गुप्ता (केडिया एडवाइजरी) का कहना है कि सोने-चांदी में सालाना आधार पर 50% तक की तेजी आ चुकी है। नए निवेशकों के लिए रिस्क ज्यादा है, इसलिए अगले कुछ समय में 5-7% की गिरावट आ सकती है।
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वहीं अनुज गुप्ता (कमोडिटी एक्सपर्ट) का मानना है कि फेड की दर कटौती और डॉलर की कमजोरी से सोना-चांदी का ट्रेंड अब भी पॉजिटिव बना रहेगा।
गोल्ड का भविष्य
ग्लोबल फाइनेंशियल फर्म UBS ने सोने का प्राइस टारगेट बढ़ाकर 2025 के अंत तक $3800 और 2026 के मध्य तक $3900 प्रति औंस कर दिया है। उनका मानना है कि गोल्ड ईटीएफ होल्डिंग्स फिर से रिकॉर्ड स्तर पर लौट सकते हैं।
त्योहारों में खरीदारी सही है या नहीं?
भारत में त्योहारों पर सोना खरीदना परंपरा है, लेकिन मौजूदा ऊंचे दामों पर शॉर्ट टर्म निवेश से बचना चाहिए। अगर लंबी अवधि के लिए खरीदारी की जाए तो यह अब भी सुरक्षित विकल्प है, हालांकि नजदीकी भविष्य में हल्की करेक्शन संभव है।