सवाल
मैं 30 साल की महिला हूँ, मेरी शादी को करीब चार साल हो चुके हैं। सबकुछ ठीक चल रहा था, लेकिन एक समस्या मुझे लगातार परेशान कर रही है। मेरे पति अपनी बहन के बेहद करीब हैं और लगभग हर छोटी-बड़ी बात उससे शेयर कर देते हैं। कई बार तो हमारी पर्सनल बातें भी। मुझे यह जानकर अजीब लगता है कि हमारी प्राइवेसी कहीं खोती जा रही है। जब भी मैं उनसे पूछती हूँ तो उनका जवाब होता है – “वो मेरी बहन है, उससे कहना गलत कैसे है?” अब मैं सोचती रहती हूँ कि क्या मैं ओवरथिंक कर रही हूँ या वाकई ये हमारी शादी के लिए खतरा बन सकता है।
एक्सपर्ट की राय (डॉ. जया सुकुल, क्लिनिकल साइकोलॉजिस्ट, नोएडा)
आपकी फीलिंग्स बिल्कुल जायज़ हैं। शादीशुदा रिश्ते में प्राइवेसी बेहद जरूरी है। अगर पति लगातार बहन से पर्सनल बातें साझा करते हैं, तो यह रिश्ते की नींव को हिला सकता है। आप ओवरथिंक नहीं कर रही हैं, बल्कि असली समस्या पहचान रही हैं।
क्यों जरूरी है प्राइवेसी?
शादी को अगर बगीचे की तरह समझें, तो प्राइवेसी उस बाड़ की तरह है जो इसे सुरक्षित रखती है। अगर तीसरे लोग लगातार दखल देने लगें, तो फूल ठीक से नहीं खिलते। ठीक वैसे ही रिश्ते में भी बाहरी दखल ट्रस्ट को कमजोर कर सकता है।
शेयरिंग बनाम ओवर-शेयरिंग
परिवार के साथ खुशी के पल, सामान्य बातें या सलाह लेना ठीक है। लेकिन इंटिमेट मोमेंट्स, फाइनेंशियल समस्याएं, या कपल के बीच के झगड़े बहन से शेयर करना सही नहीं है। इसे ही “ओवर-शेयरिंग” कहा जाता है और यह धीरे-धीरे रिश्ते में दरार ला सकता है।
क्या ये शादी के लिए खतरा है?
हां, अगर ये आदत लंबे समय तक जारी रही तो:
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आप पति से खुलकर बातें करना बंद कर देंगी।
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उनके फैसले बहन की राय से प्रभावित होंगे।
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रिश्ते में लगातार खटास और नाराज़गी बनी रहेगी।
कई बार ऐसे मामलों में रिश्ते टूटने तक की नौबत भी आ जाती है।
किन बातों को कभी बाहर शेयर नहीं करना चाहिए?
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सेक्स लाइफ से जुड़ी बातें
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पार्टनर की कमजोरियां
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पैसे की दिक्कतें या इनकम डिटेल्स
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परिवार के निजी राज़
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झगड़े या विवाद
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पुराने दर्द या ट्रॉमा
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निजी लक्ष्य और सपने
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घरेलू फैसले
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रोमांटिक सरप्राइज
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पिछली रिलेशनशिप्स
अब आगे क्या करें?
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पति से शांति से और खुले मन से बातचीत करें।
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उन्हें समझाएं कि बहन से रिश्ता अलग है, लेकिन शादी की अपनी सीमाएँ होती हैं।
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बाउंड्री सेट करें कि कौनसी बातें सिर्फ आप दोनों के बीच रहेंगी।
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अगर वे न मानें, तो कपल काउंसलिंग का सहारा लें।
नतीजा
पति को बहन से दूर करने की ज़रूरत नहीं है, बल्कि बैलेंस बनाने की है। शादी दो लोगों का रिश्ता है, उसमें प्राइवेसी उसका सुरक्षा कवच है। खुद को दोष न दें, अपनी भावनाओं को महत्व दें और जरूरत पड़े तो पेशेवर मदद लें।